उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक डॉक्टर द्वारा अपनी पत्नी की हत्या करने की सनसनीखेज घटना प्रकाश में आयी है| इसके बाद पत्नी के शव को एक डिब्बे में बंद कर अपने अस्पताल ले गए। वहां से एंबुलेंस में शव को गढ़मुक्तेश्वर ले जाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने थाने जाकर अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत दर्ज करायी| मृतक डॉक्टर के पिता गोंडा में ओएसडी के पद पर कार्यरत हैं| पुलिस की गहन छानबीन के बाद यह गुत्थी सुलझी।
ईसानगर थाना क्षेत्र के रायपुर निवासी शिवराज शुक्ला डीए गोंडा के ओएसडी हैं उनके वंदना की शादी 2014 में लखीमपुर शहर के बहादुरनगर निवासी अभिषेक दीक्षित से हुई थी। वंदना ने बीएएमएस किया था। उनके पति अभिषेक भी बीएएमएस डॉक्टर हैं। हत्या में आरोपी डॉक्टर का उसके पिता ने भी साथ दिया था। लखीमपुर खीरी पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है।
वंदना और अभिषेक ने सीतापुर रोड इलाके में गौर नाम का अस्पताल शुरू किया। दोनों इसमें प्रैक्टिस करते थे। धीरे-धीरे दोनों के बीच कहासुनी होने लगी। इस बीच वंदना ने लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल, चामलपुर में प्रैक्टिस शुरू कर दी। अभिषेक वंदना के साथ मारपीट करता था। 26 नवंबर को अभिषेक और उसके पिता गौरी शंकर अवस्थी ने वंदना को घर में डंडे से पीटा। पिटाई से वंदना की मौत हो गई।
आरोपी डॉक्टर ने वंदना के पिता से कहा कि आपकी बेटी कहीं चली गई है| पिता ने लखीमपुर जाकर बच्ची के लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने मामले की जांच की। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया।
यह भी पढ़ें-