देश में एक बार फिर कोविड-19 मामलों में तेज़ बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में 363 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं और 4 मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,758 हो गई है। महज दस दिनों में सक्रिय मामलों में 14 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
रविवार (1 मई) को जारी आंकड़ों के अनुसार, मौतें केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से रिपोर्ट हुई हैं — जिनमें केरल और कर्नाटक से एक-एक, जबकि पश्चिम बंगाल से दो मौतें हुईं। केरल सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां 1,400 से अधिक सक्रिय मामले हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (485), दिल्ली (436), गुजरात (320) और पश्चिम बंगाल (287) में भी संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अन्य राज्यों में कर्नाटक (238), तमिलनाडु (199), उत्तर प्रदेश (147) और राजस्थान (62) में भी मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आंकड़ों के अनुसार, 22 मई को देश में सिर्फ 257 सक्रिय केस थे, जो 26 मई तक बढ़कर 1,010 हो गए, और 1 जून तक यह संख्या 3,395 को पार कर गई। अब यह आंकड़ा 3,758 हो गया है।
राज्यवार बात करें तो, पश्चिम बंगाल में सबसे ज़्यादा 82, केरल में 64, दिल्ली में 61, और गुजरात में 55 नए केस सामने आए हैं।
हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्थिति को लेकर घबराने की बजाय सतर्कता बरतने की सलाह दी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बेहल ने बताया कि संक्रमण की हालिया लहर ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 के कारण फैल रही है, जो अब तक माइल्ड यानी हल्के लक्षणों वाले पाए गए हैं।
डॉ. बेहल ने कहा, “स्थिति पर करीबी निगरानी रखी जा रही है। हमें सतर्क रहने की ज़रूरत है, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है। अब तक संक्रमण की गति भी तेज़ नहीं है, जैसे कि पहले दो दिन में केस दोगुना हो जाते थे, वैसी रफ्तार अभी नहीं दिख रही।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2025 में LF.7 और NB.1.8 को ‘Variants Under Monitoring’ के तौर पर वर्गीकृत किया है। ये वेरिएंट चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के लिए ज़िम्मेदार माने जा रहे हैं।
फिलहाल ICMR का सार्वदेशिक रेस्पिरेटरी वायरस निगरानी नेटवर्क देश में संक्रमण और नए वेरिएंट्स पर कड़ी नज़र बनाए हुए है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से मास्क पहनने, हाथों की सफाई और भीड़-भाड़ से बचने जैसे एहतियात अपनाने की अपील की है, ताकि संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोका जा सके।
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