हरियाणा में पुलिस विभाग से जुड़ी एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। रोहतक साइबर सेल में तैनात सहायक उपनिरीक्षक (ASI) संदीप कुमार लाठर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने तीन पन्नों के सुसाइड नोट में IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। यह घटना उस समय सामने आई है जब पूरन कुमार ने खुद पिछले हफ्ते आत्महत्या की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संदीप कुमार वाई. पूरन कुमार के खिलाफ चल रहे एक भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे थे। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि वे सच्चाई के लिए बलिदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “वाई. पूरन कुमार एक भ्रष्ट अधिकारी था, जिसने अपनी भ्रष्ट गतिविधियां उजागर होने के डर से खुदकुशी की।”
संदीप कुमार ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बयान भी रिकॉर्ड किया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में उन्होंने कहा, “उसके भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं। उसने शिकायत के डर से आत्महत्या की। उसने सिस्टम को जातिवाद के जरिये हाईजैक किया। मैं सत्य के लिए अपनी जान दे रहा हूं, इस भ्रष्ट परिवार को बख्शा न जाए।”
हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस की जांच कर रहे ASI ने किया सुसाइड, वीडियो बयान में लगाए गंभीर आरोप, नोट भी लिखा….
-एएसआई संदीप कुमार लाठर ने आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए गोलीमार कर सुसाइड कर लिया है।
-रोहतक के साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप कुमार… pic.twitter.com/1ELtNIMFfE— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) October 14, 2025
यह घटना उस समय हुई जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पूरन कुमार की पत्नी और बेटियों से मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने इस घटना को “दु:खद और संवेदनशील मामला” बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से आग्रह किया कि पूरन कुमार के परिवार से किए गए सभी वादे पूरे किए जाएं और जातीय भेदभाव में शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि वाई. पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने 16 वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारियों के नाम लिए थे और आरोप लगाया था कि उन्हें पद पर जातिगत उत्पीड़न और लगातार मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
संदीप कुमार की मौत ने अब इस पूरे प्रकरण को और जटिल बना दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, वहीं वायरल वीडियो और सुसाइड नोट को डिजिटल फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच के लिए भेजा गया है। इस दोहरी आत्महत्या ने हरियाणा पुलिस तंत्र और प्रशासनिक वर्ग के भीतर व्याप्त जातीय तनाव, भ्रष्टाचार और मानसिक दबाव को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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