देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो एक बार फिर भारी अव्यवस्था की चपेट में है। गुरुवार(4 दिसंबर) को पूरे देश में 200 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिनमें सिर्फ दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद में 191 उड़ानें रद्द होने की पुष्टि हुई। अचानक हुए इन ऑपरेशनल व्यवधानों ने यात्रियों को भारी परेशानी में डाल दिया और मुख्य एयरपोर्ट्स पर अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई।
DGCA ने इंडिगो अधिकारियों को आज दोपहर 2 बजे बैठक के लिए बुलाया है, जबकि एविएशन रेगुलेटर पहले से ही एयरलाइन के प्रदर्शन में गिरावट की जांच कर रहा है। हालांकि इंडिगो ने दावा किया है कि उसे किसी जांच की जानकारी नहीं है, केवल कुछ सूचनाएं मांगी गई हैं।
कहां-कितनी उड़ानें रद्द?
- दिल्ली: 95 उड़ानें (48 प्रस्थान, 47 आगमन)
- मुंबई: 85
- बेंगलुरु: 73 (41 आगमन, 32 प्रस्थान)
- हैदराबाद: 68
- पुणे: 16 (8 आगमन, 8 प्रस्थान)
- अहमदाबाद: 5
- कोलकाता: 4
इसके अलावा, कोलकाता में 24 उड़ानें विलंबित, जिनमें दो सिंगापुर और सिएम रीप के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल।पुणे एयरपोर्ट ने बताया कि 11 विमान ग्राउंड पर खड़े हैं और 19 उड़ानें एक घंटे से अधिक विलंबित हुईं।
बुधवार को भी इंडिगो ने 100 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं। नवंबर में ही एयरलाइन ने 1,232 उड़ानें रद्द की थीं, जो इसके नेटवर्क के भीतर गहरी संरचनात्मक समस्याओं की ओर संकेत करता है।
कंपनी ने कहा कि पिछले दो दिनों में उसके संचालन पर “अनपेक्षित और बहुआयामी चुनौतियों” का असर पड़ा, जिनमें तकनीकी गड़बड़ियां, सर्दियों के कारण शेड्यूल समायोजन, मौसम, एयरपोर्ट कंजेशन, नए क्रू रोस्टरिंग यह सभी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
कई यात्रियों ने कहा कि घंटों इंतजार के बावजूद एयरलाइन की ओर से स्पष्ट सूचना नहीं दी गई। एक यात्री ने लिखा, “फ्लाइट घंटों से लेट है और कोई जानकारी नहीं। लोग परेशान हो रहे हैं।” एक अन्य ने कहा, “12–24 घंटे की देरी… कोई समाधान नहीं। यह गंभीर है।” इंडिगो के ग्राउंडेड विमानों ने विभिन्न एयरपोर्ट्स पर पार्किंग क्षमता पर दबाव बढ़ा दिया है, जिससे एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट की उड़ानों में देरी हुई।
फेडरेशन ऑफ इंडिया पायलट्स (FIP) ने कहा कि मौजूदा संकट एयरलाइन की लीन स्टाफिंग रणनीति और हायरिंग फ्रीज़ का नतीजा है। ALPA India ने भी DGCA से मांग की कि स्लॉट देने से पहले एयरलाइनों के पास उपलब्ध पायलटों की संख्या का वास्तविक मूल्यांकन किया जाए।
इन सबके बीच DGCA ने कहा है कि वह कंपनी के साथ मिलकर स्थिति को सामान्य करने और यात्रियों को कम से कम असुविधा सुनिश्चित करने पर काम कर रहा है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन की यह व्यापक अव्यवस्था आने वाले दिनों में और जांच तथा सुधारात्मक कदमों की पृष्ठभूमि तैयार करती दिखाई दे रही है।
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