केरल में निपाह वायरस के दो मामलों की पुष्टि के बाद राज्य सरकार ने मलप्पुरम, पलक्कड़ और कोझिकोड जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने गुरुवार (3 जुलाई) को बताया कि राज्य ने तत्काल रोकथाम के उपाय सक्रिय कर दिए हैं और तीनों जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।प्राथमिक जांच मलप्पुरम और कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में की गई, जहां दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन नमूनों को अंतिम पुष्टि के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) भेजा गया है।
हालांकि अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत एक्शन लेना शुरू कर दिया है। हर जिले में 26-26 समितियाँ गठित की गई हैं जो संपर्कों की पहचान, रोकथाम योजना और जनसंपर्क जैसे कार्यों को देख रही हैं। पुलिस की मदद से संक्रमितों के संपर्कों की सूची तैयार की जा रही है और आवश्यक पाबंदियां भी लागू की जा रही हैं।
जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो वे कंटेनमेंट ज़ोन घोषित करने की तैयारी रखें। इसके साथ ही राज्य और जिला स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी सक्रिय किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा, “सरकार तेज़ी से कदम उठा रही है ताकि संक्रमण आगे न फैले। रोकथाम हमारी पहली प्राथमिकता है।”
गौरतलब है कि मई की शुरुआत में मलप्पुरम जिले के वलांचेरी नगर पालिका क्षेत्र की 42 वर्षीय महिला निपाह वायरस से संक्रमित पाई गई थी और पेरिन्थलमन्ना के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। बाद में मई के अंत में स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी दी थी कि दो बार की निगेटिव रिपोर्ट के बाद महिला अब वायरस से मुक्त हो चुकी है। फिलहाल, सरकार द्वारा जिलेवार निगरानी और रोकथाम की व्यापक व्यवस्था की जा रही है ताकि संक्रमण को समय रहते काबू में किया जा सके।
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