सोमवार (15 सितंबर) को आचार्य देवव्रत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। इससे पहले वे गुजरात के राज्यपाल थे और अब उन्हें महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस चंद्रशेखर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। खास बात यह रही कि आचार्य देवव्रत ने शपथ संस्कृत भाषा में ली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मौजूद रहे।
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अतिरिक्त प्रभार सौंपा। राष्ट्रपति भवन के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह ने 11 सितंबर को आधिकारिक आदेश जारी किया था। 14 सितंबर की सुबह आचार्य देवव्रत अपनी पत्नी दर्शना देवी के साथ अहमदाबाद से मुंबई पहुंचे और शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव
आचार्य देवव्रत जुलाई 2019 से गुजरात के राज्यपाल हैं। इससे पहले अगस्त 2015 से जुलाई 2019 तक वे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे। अपने प्रशासनिक कौशल और अनुभव के कारण उन्हें अब महाराष्ट्र की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। अब वे दोनों राज्यों का प्रशासनिक दायित्व संभालेंगे।
आर्य समाज और स्वामी दयानंद से प्रेरणा
आचार्य देवव्रत मूल रूप से हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं। उनके जीवन पर आर्य समाज और स्वामी दयानंद सरस्वती की शिक्षाओं का गहरा प्रभाव रहा है। राज्यपाल बनने से पहले वे कुरुक्षेत्र के एक गुरुकुल में प्राचार्य थे। वहीं से शिक्षा और संस्कार का प्रचार-प्रसार करते रहे।
66 वर्षीय आचार्य देवव्रत सादा और सात्त्विक जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने प्राकृतिक खेती को मिशन के रूप में अपनाया और इसके लिए लगातार प्रयास किए। उनकी पहल पर गुजरात के हलोल में देश का पहला प्राकृतिक कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किया गया। हाल ही में वे इस विश्वविद्यालय के दौरे पर भी गए थे।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए आचार्य देवव्रत का नाम संभावित दावेदारों में भी शामिल हुआ था। हालांकि उन्हें यह जिम्मेदारी नहीं मिली, लेकिन अब महाराष्ट्र की गवर्नरी का कार्यभार संभालकर वे दो बड़े राज्यों के प्रशासन की देखरेख करेंगे।
यह भी पढ़ें:
‘हैंड्स ऑफ ग्रैंडमा’: 73 वर्षीय भारतीय मूल की महिला की हिरासत से अमेरिका में गुस्सा!
प्रधानमंत्री मोदी की सलाह ने बदली असम की तस्वीर, केंद्रीय मंत्री ने सुनाया दिलचस्प किस्सा!
भारतीय खिलाड़ियों बंद कर लिया ड्रेसिंग रूम का दरवाजा, हैंडशेक के लिए ताकते रहे पाकिस्तानी खिलाड़ी !



