विधानसभा चुनाव प्रसार के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘उबाटा’ की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि जब बाला साहेब थे तो दिल्ली के नेता मातोश्री आते थे, लेकिन आज उल्टा है, उन्हें दिल्ली की सड़कों पर घूमना पड़ता है, ये स्थिति सिर्फ इसलिए हुई है क्योंकि बाला साहेब के विचारों को त्याग दिया गया है| मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार अहंकारी है| महाराष्ट्र के लिए केंद्र से मदद मांगना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। हम राज्य के विकास के लिए धन लेने जाते हैं, लेकिन वे मुख्यमंत्री बनने और उसका पद लेने के लिए दिल्ली जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने महागंठबंधन के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए कहा कि महागठबंधन की योजनाओं को ध्वस्त कर दिया गया और उन योजनाओं को चोरी कर लाया गया| कांग्रेस अघाड़ी झूठों की दुकान है और इसके सभी भ्रष्टाचारी बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने हमला बोलते हुए कहा कि उनकी योजना महाराष्ट्र की जनता को उपभोक्ता बनाने की है, लेकिन यहां की जनता समझदार है|
ढाई साल में घर बैठे फेसबुक पर लाइव सरकार चलाई। रंगदारी के आरोप में गृह मंत्री जेल गये| सभी बड़े प्रोजेक्ट बंद हो गए| जल निकासी, मराठवाड़ा वॉटरग्रिड, मेट्रो जैसी कई परियोजनाओं के काम में स्पीड ब्रेकर लगाकर बंद कर दिया गया। मंदिर बंद हो गए और जबकी भ्रष्टाचार की दुकानें खुल गईं। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, हमने उस सत्ता को उखाड़ फेंका और महाराष्ट्र के लोगों के मन में और मोदी के आशीर्वाद से एक सरकार लाई।
मराठवाड़ा ने राज्य को चार मुख्यमंत्री दिये लेकिन यहां की पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो सका। हमारी सरकार ने मराठवाड़ा पर लगे सूखे के कलंक को मिटाने का फैसला किया है।हमने मराठवाड़ा जल ग्रिड और नदी जोड़ो परियोजना शुरू की, जिसे महाविकास अघाड़ी ने बंद कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन परियोजनाओं का समर्थन किया है| इसलिए उन्होंने यहां महायुति के सभी उम्मीदवारों को भारी मतों के अंतर से जिताने की अपील की|
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