सुप्रीम कोर्ट आज एनसीपी में विवाद पर सुनवाई करेगा |शरद पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल की ओर से दायर याचिका पर आज कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है, लेकिन उससे पहले ही शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है| अजितदादा गुट के तीन विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की है| कोर्ट को हमारी भी बात सुननी चाहिए| अजितदादा ग्रुप ने इस याचिका में यह बात कही है| ऐसे में देखना होगा कि अजितदादा गुट को कोर्ट के सामने पैरवी करने का मौका मिलता है या नहीं|
सुप्रीम कोर्ट में आज दो याचिकाओं पर सुनवाई हुई| एक शिवसेना का और दूसरा शरद पवार गुट का ठाकरे गुट की ओर से कोर्ट में शिवसेना की याचिका दायर की गई है| शरद पवार गुट की याचिका जयंत पाटिल ने दायर की है| इस याचिका के जरिए शरद पवार गुट ने मांग की है कि विधायकों की अयोग्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को जल्द से जल्द निर्देश दिए जाएं| इस याचिका में शरद पवार गुट ने सिर्फ विधानसभा अध्यक्ष को पक्षकार बनाया है| इस पर आज सुनवाई होगी|
हमारी बात सुनिए: अजित पवार गुट की ओर से सुप्रीम कोर्ट में तीन हस्तक्षेप याचिकाएं दायर की गई हैं| ये याचिकाएं छगन भुजबल, नरहरि जिरवाल और अनिल पाटिल ने दायर की हैं| हमारी भी सुनो| इस हस्तक्षेप याचिका में अनुरोध किया गया है कि हम अपनी भूमिका को समझें| इसलिए अगर कोर्ट अजितदादा गुट को अपना पक्ष रखने का मौका देती है तो वे क्या कहेंगे, इस पर सबका ध्यान केंद्रित हो गया है|
कोर्ट नहीं करेगा दखल: इस पूरे मामले पर वकील सिद्धार्थ शिंदे ने टिप्पणी की है| जयंत पाटिल सुप्रीम कोर्ट आये थे| जयंत पाटिल ने अदालत से विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास लंबित अजितदादा समूह के विधायकों के निलंबन की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। क्योंकि नार्वेकर विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करने वाले हैं| केवल वे ही निर्णय ले सकते हैं|
सुप्रीम कोर्ट इसमें दखल नहीं दे सकता| इसमें जयंत पाटिल ने विधानसभा अध्यक्ष को पार्टी दी| अजितदादा ग्रुप कोई पार्टी नहीं थी| इसलिए अजितदादा ग्रुप ने तीन याचिकाएं दाखिल की हैं| हस्तक्षेप याचिका| इसमें नाम अहम हैं| अनिल पाटिल अजित दादा समूह के वर्तमान नेता हैं। सिद्धार्थ शिंदे ने कहा कि नरहरि जिरावल विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं और छगन भुजबल एक हैं|
तीन वकील करेंगे पैरवी: तीन याचिकाएं दायर होने का मतलब है कि तीन वकील पैरवी करेंगे। हड़बड़ी की आवश्यकता नहीं। मामला चुनाव आयोग में चल रहा है| अजितदादा गुट का कहना है कि उन्होंने डेढ़ महीने पहले राष्ट्रपति के पास याचिका दायर की है| हमें शिवसेना के साथ मत जोड़ो| हो सकता है कि वे हमारे मामले को अलग भी रखना चाहते हों| शिंदे ने कहा, इसीलिए यह याचिका दायर की गई। हस्तक्षेप याचिका पर सुनवाई होगी| अदालत तय करेगी कि इन दलीलों को मामले में लिया जाए या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि दादा समूह को क्लब की गई याचिकाओं पर अपना पक्ष रखने के लिए भी समय मिलेगा|
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