कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। कांग्रेस का आरोप है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। वे लगातार सार्वजनिक मंचों से पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे।इस संबंध में शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने अधिकारिक तौर पर एक बयान जारी किया। जिसमें कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को तुरंत पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किये जाने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सिफारिश को मंजूरी दे दी गई। अब इस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक्स सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें लिखा गया है कि “राम और “राष्ट्र” पर समझौता नहीं किया जा सकता है। ” उन्होंने अपने पोस्ट को राहुल गांधी को भी टैग किया है। बता दें कि, आचार्य प्रमोद कृष्णम सार्वजनिक मंचों से लगातार राहुल गांधी की आलोचना करते रहे है और कांग्रेस की कमान प्रियंका गांधी को सौंपने की मांग करते रहे है।
पिछले कुछ समय से आचार्य प्रमोद कृष्णम बीजेपी के पक्ष में बयान दे रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस के नेताओं के नहीं शामिल होने पर उन्होंने जमकर आलोचना की थी। इसके अलावा उन्होंने 22 जनवरी को हुए कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
अलावा, हाल ही में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात कर संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास के लिए उन्हें आमंत्रित किया है। इस कार्यक्रम के लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया है। गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के नेता है, उन्हें 2014 और 2019 में संभल की लोकसभा सीट से पार्टी ने टिकट दिया। लेकिन उन्होंने दोनों बार चुनाव हार गए। वे उत्तर प्रदेश पार्टी के सलाहकार परिषद के सदस्य रहे हैं। उन्हें प्रियंका गांधी के करीबियों में गिना जाता है।
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