महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता मिलिन्द देवड़ा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो गए। देवड़ा का कांग्रेस छोड़कर जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। देवड़ा के इस कदम पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि एक देवड़ा गया तो क्या लाखों देवड़ा आएंगे। हालाँकि रविवार को देवड़ा ही नहीं बल्कि असम कांग्रेस के नेता और अपूर्ब भट्टाचार्य ने सचिव पद से इस्तीफा दे दिया। सबसे बड़ी बात यह है कि 2019 के बाद से कांग्रेस के 11 बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़कर दूसरे पार्टी में शामिल हो गए या अपनी पार्टी बना ली। इनमें से कई नेता राहुल गांधी के बेहद करीबी थे। आइये जानते हैं वे कौन कौन से नेता है?
कैप्टन अमरिंदर सिंह: नवंबर 2021 में कांग्रेस के सबसे पुराने और गांधी परिवार के सबसे करीबी माने जाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी को छोड़ दिया। वे पंजाब के मुख्यमंत्री थे लेकिन पार्टी नेताओं से अनबन के कारण कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली थी, जिसका नाम पंजाब लोक कांग्रेस रखा था। 2022 में पंजाब में हुए विधानसभा में उनकी पार्टी बीजेपी के साथ चुनाव भी लड़ी थी। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर शुरू लड़ाई के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था।
गुलाम नबी आजाद: गुलाम नबी आजाद कांग्रेस से इंदिरा गांधी के समय से जुड़े हुए थे और राहुल गांधी तक के साथ रहे। उन्हें पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार किया जाता था, वे कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे हैं ,लेकिन वे अगस्त 2022 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी की कड़े शब्दों में आलोचना की थी और उन्होंने डेमोक्रेटिव आजाद पार्टी बना ली है।
आरपीएन सिंह: जनवरी 2022 में आरपीएन सिंह ने देश की सबसे पुरानी से अपना नाता तोड़ लिया था। आरपीएन सिंह छत्तीसगढ़ और झारखंड के प्रभारी भी रहे, बाद में उन्होंने बीजेपी में शामिल हो गए थे। आरपीएन सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे, उन्होंने बीजेपी तब शामिल हुए जब विधान सभा का चुनाव नजदीक था और वे प्रियंका गांधी द्वारा साइड लाइन किये जाने से आहत थे।
जितिन प्रसाद: जितिन प्रसाद यूपी के ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे। इतना ही नहीं उन्हें राहुल गांधी के करीबी नेताओं में शामिल थे। उन्होंने जून 2021 में कांग्रेस छोड़कर सितंबर में बीजेपी ज्वॉइन कर लिया था।
अश्विनी कुमार: अश्विनी कुमार ने भी फरवरी में 2022 कांग्रेस से अलग हो गए थे, पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया: मध्य प्रदेश के सबसे पावरफुल नेताओं में शुमार ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी के ही नहीं प्रियंका गांधी के भी करीबी नेता रहे। उन्होंने मार्च 2020 में अपने साथियों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिसकी वजह से कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं।
कपिल सिब्बल: कपिल सिब्बल को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं, केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। वह पेशे से वकील है। उन्होंने मई 2022 में कांग्रेस से अपना नाता तोड़ा था। वर्तमान में वे सपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद हैं।
हार्दिक पटेल: गुजरात के पाटीदार समाज के बड़ा चेहरा माने जाने वाले हार्दिक पटेल ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लिया था। पार्टी छोड़ने से पहले उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर अनदेखी का आरोप लगाया था। उन्होंने 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे। अब बीजेपी से विधायक हैं। राहुल गांधी ने पटेल को खुद लाया था।
ये भी कांग्रेस छोड़े: इसके अलावा, असम नेता रिपुन बोरा 2022, मेघालय के पूर्व सीएम मुकुल संगमा 2021 में कांग्रेस छोड़ टीएमसी के साथ हो लिए थे। पंजाब के नेता सुनील जाखड़ ने बीजेपी में शामिल हो गए है ,उन्हें चन्नी की आलोचना करने पर पार्टी ने जवाब मांगा था। फिलहाल जाखड़ पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष हैं।गुजरात के अल्पेश ठाकुर ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले गए , उन्होंने कांग्रेस को 2019 में छोड़ा। कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरों में शुमार एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने बीजेपी की तारीफ़ की थी। इसके अलावा 2022 में ही हरियाणा के पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।
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