मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की उद्धव ठाकरे की आलोचना की है|शिवसेना ने मुंबई में दो दशहरा बैठकें कीं| एक शिवतीर्थ पर और दूसरा आज़ाद मैदान पर| उद्धव ठाकरे ने भाजपा और शिंदे गुट की जमकर आलोचना की| उधर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर जोरदार जुबानी हमला बोला| 2019 में कैसे बने मुख्यमंत्री? इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक अहम राज खोला है|
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?: मैंने बालासाहेब को अपना वचन दे दिया है कि मैं एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाऊंगा, हम सोच रहे हैं कि किस शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा? लेकिन ये सज्जन उछलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ गये| श्री पवार ने कहा, सब कुछ पीछे छोड़ दिया और कहा कि मैं कहां रहना चाहता हूं। उन्होंने दो लोगों को पवार के पास भेजा था और उनसे अनुरोध किया था कि वह उद्धव ठाकरे के नाम की सिफारिश करें| यह कुछ भी छिपा नहीं रहा है|
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?: मैंने बालासाहेब को अपना वचन दे दिया है कि मैं एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाऊंगा, हम सोच रहे हैं कि किस शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा? लेकिन ये सज्जन उछलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ गये| श्री पवार ने कहा, सब कुछ पीछे छोड़ दिया और कहा कि मैं कहां रहना चाहता हूं। उन्होंने दो लोगों को पवार के पास भेजा था और उनसे अनुरोध किया था कि वह उद्धव ठाकरे के नाम की सिफारिश करें| यह कुछ भी छिपा नहीं रहा है|
2004 से ही बनना चाहते थे मुख्यमंत्री: आप 2004 से ही मुख्यमंत्री बनना चाहते थे,लेकिन कुछ नहीं हो रहा था| जैसे ही विधानसभा चुनाव के नतीजे आए, उन्होंने तुरंत हमसे कहा कि सभी दरवाजे खुले हैं। ओह, आपने गठबंधन में चुनाव लड़ा, आपने दूसरे दरवाजे कैसे तलाशने शुरू कर दिए? एकनाथ शिंदे ने भी ऐसा सवाल उठाया है|
उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री तो बनना चाहते थे लेकिन दिखाना नहीं चाहते थे, चेहरा एक है लेकिन उस चेहरे के पीछे कई चेहरे छुपे हुए हैं. वे वहां नादान हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए, चेहरे पर न जाएं, पेट का पानी भी न निकले, लेकिन मैं इसका गवाह हूँ। अंत तक इसका खुलासा नहीं हुआ और न ही इसे सामने चेहरे पर दिखाया गया| एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण में यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बनने के लिए उद्धव ठाकरे अवसरवादी बन गए हैं|
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