भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है| ऐसे में नेपाल से सटे बिहार के सीमांचल इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आज पूर्णिया में हाई लेवल मीटिंग हुई| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और सुपौल के वरीय पदाधिकारी के साथ-साथ बैठक की| इस मीटिंग में पूर्णिया के चूनापुर सैन्य अधिकारी भी मौजूद रहे|
सीएम नीतीश कुमार पटना से हेलीकॉप्टर से पूर्णिया कॉलेज मैदान पहुंचे और फिर वहां से सड़क मार्ग से समाहरणालय पहुंचे| उनके साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी बैठक में शामिल हुए हैं| मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अधिकारियों को सीमा से सटे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का निर्देश दिया|
सीएम ने बॉर्डर इलाके से आने-जाने वाले लोगों पर निगरानी रखने और उनके पहचान पत्र की जांच करने का निर्देश दिया| साथ ही कहा कि अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध दिखे तो उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की जाए|
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक कर नेपाल और बांग्लादेश से सटे सात जिलों पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज की सुरक्षा और विधि व्यवस्था से संबंधित जानकारी ली थी और कई निर्देश दिए थे| नेपाल और बांग्लादेश से सटे बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया था| साथ ही सुरक्षा की सख्त व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया था|
बिहार सरकार की तरफ से पहले ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द की जा चुकी है| सीमावर्ती जिलों में लगातार निगरानी रखी जा रही है| खासकर नेपाल से सटे इलाकों पर विशेष नजर है, क्योंकि नेपाल से सटे बिहार का बड़ा बॉर्डर खुला हुआ है|
729 किलोमीटर लंबी सीमा नेपाल के साथ बिहार की लगती है| ऐसे में उस पर विशेष नजर रखी जा रही है| साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भी मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद लगातार निगरानी हो रही है|
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