कर्जत में मंथन शिविर के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी आने वाले समय के लिए रणनीति बनाने में जुटी है| एक बात फिर साफ हो गई है| प्रचार के भूखे लोग अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए हमारी पार्टी की भूमिका के बारे में तरह-तरह के बयान देते हैं। लेकिन एनसीपी आगामी चुनाव का सामना एक महागठबंधन के तौर पर करेगी| हम इस उम्मीद के साथ एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं कि चुनाव आयोग हमारा फैसला सुनाएगा।’
क्या कहा होगा जितेंद्र आव्हाड ने?: इस बीच, जितेंद्र आव्हाड ने दो दिन पहले भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच हुई बैठक का जिक्र कर सनसनी फैला दी| बैठक में यह बात सामने आई कि संघ के अंदर और भाजपा के कोर वोटरों के बीच एक राय बनी कि भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ना चाहिए और दागी नेताओं को हटाना चाहिए|
जिसके चलते एकनाथ शिंदे और अजित पवार को कमल के निशान पर चुनाव लड़ना पड़ सकता है, ऐसा जितेंद्र अव्हाड ने दावा किया| इसके बाद भाजपा के कई नेताओं ने उनके बयान का खंडन किया था| साथ ही शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने भी आव्हाड की आलोचना की और कहा कि उनका दावा निराधार है|
पारिवारिक समारोह की फोटो से न समझें गलतफहमी : दिवाली, भाऊबीज के मौके पर परिवार के सदस्य (पवार) एक साथ आए थे| उनकी तस्वीरें वायरल होने के बाद दोनों पक्षों के कार्यकर्ता असमंजस में हैं| इसलिए आज की पार्टी बैठक में मैंने स्पष्ट रुख रखा| राजनीतिक भूमिकाएँ और पारिवारिक रिश्ते अलग-अलग होते हैं। इन्हें मिलाना उचित नहीं है| मैंने स्पष्ट रुख रखा कि कार्यकर्ता लापरवाह न रहें|
राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण नहीं: एनसीपी ने प्रगतिशीलता नहीं छोड़ी है| अजित पवार ने यह भी स्पष्ट किया है कि भले ही पार्टी ने अलग राजनीतिक रुख अपनाया है, लेकिन पार्टी ने अपनी प्रगतिशील विचारधारा को नहीं छोड़ा है। साथ ही इसी दौरान पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या जाएंगे?
राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण नहीं: एनसीपी ने प्रगतिशीलता नहीं छोड़ी है| अजित पवार ने यह भी स्पष्ट किया है कि भले ही पार्टी ने अलग राजनीतिक रुख अपनाया है, लेकिन पार्टी ने अपनी प्रगतिशील विचारधारा को नहीं छोड़ा है। साथ ही इसी दौरान पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या जाएंगे?
इस पर अजित पवार ने कहा कि मुझे राम मंदिर उद्घाटन समारोह का निमंत्रण नहीं मिला है| निमंत्रण मिलने के बाद सोचूंगा, लेकिन अयोध्या में पहले से ही इतनी भीड़ है? श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट अनुरोध कर रहा है कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को विभिन्न शहरों में प्रदर्शित किया जाना चाहिए। अजित पवार ने कहा कि इस पर भी विचार किया जाना चाहिए|
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