विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को स्पष्ट किया कि वह शंघाई कोऑपरेशन ओर्गनइजेशन (एससीओ) सम्मेलन में भाग लेने के लिए जा रहें है लेकिन, वो इस आगामी यात्रा के दौरान पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं करेंगे।
उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, SCO का संम्मेलन एक बहुपक्षीय कार्यक्रम होगा। मैं वहां भारत-पाक संबंधों पर चर्चा करने नहीं जा रहा हूं। मैं एससीओ का अच्छा सदस्य बनने के लिए वहां जा रहा हूं।
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इसी बीच एस जयशंकर ने सार्क पहल के पटरी से उतरने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। हमने एक बहुत ही सामान्य कारण से सार्क बैठक नहीं की। आतंकवाद एक ऐसी चीज़ है जो अस्वीकार्य है। अपने वैश्विक दृष्टिकोण के बावजूद, यदि हमारा कोई पड़ोसी ऐसा करना जारी रखता है – तो यह सार्क में हमेशा की तरह व्यवसाय नहीं हो सकता है। हाल के वर्षों में सार्क बैठकों के न होने का मतलब यह नहीं है कि क्षेत्रीय गतिविधियाँ रुक गयी हैं। उन्होंने कहा, वास्तव में, पिछले 5-6 वर्षों में, हमने भारतीय उपमहाद्वीप में अधिक क्षेत्रीय एकीकरण देखा है।