इमरान मसूद ने उन बयानों की निंदा की जिनमें कुछ मौलानाओं ने यह कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट भी इस कानून के पक्ष में फैसला देगा तो वे उसे नहीं मानेंगे। मसूद ने कहा कि देश कानून से चलता है और हर धर्म, हर नागरिक को कानून का सम्मान करना चाहिए।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट दाखिल किए जाने को लेकर मसूद ने कहा कि ईडी जैसी प्रतिष्ठित संस्था की विश्वसनीयता पर अब लोगों को भरोसा नहीं रहा है।
रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की पूछताछ पर मसूद ने कहा कि यह उसी राजनीतिक साजिश की एक और कड़ी है, जिससे सरकार विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले ही इन मंसूबों को उजागर कर दिया है और अब जनता भी इसे समझने लगी है।
मुर्शिदाबाद की घटना और उसमें बांग्लादेशियों की संलिप्तता पर मसूद ने कहा कि अगर घुसपैठ हो रही है तो यह सरकार की नाकामी है। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, और अगर विदेशी घुसपैठिए आ रहे हैं, तो उन्हें तत्काल देश से बाहर निकाला जाना चाहिए।
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