आचार्य चाणक्य की नीति हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। चाणक्य की कुछ नीतियां यहां बता रहे जो सबके लिए हितकर। आचार्य चाणक्य ने सफलता कैसे प्राप्त करें इन पर नीति निर्धारण किया है। इसके उन्होंने घर में लक्ष्मी जी का कैसे वास हो इस पर भी प्रकाश डाला है। बता दें आचार्य चाणक्य महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ थे। चाणक्य की लिखी बातें आज भी प्रासंगिक हैं।
समय को पहचाने: चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को यदि जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो समय की अहमियत को अवश्य जानना चाहिए। चाणक्य की मानें तो जो लोग समय की कीमत को नहीं जानते हैं, उनके जीवन में सफलता नहीं होती है। जो समय गुजर जाता है, वो लौटकर नहीं आता है। इसलिए समय पर कार्य करने की आदत डालनी चाहिए। कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से पूर्व उसकी रणनीति यानी योजना अवश्य बनानी चाहिए। जो लोग अपने प्रत्येक लक्ष्य की रणनीति बनाकर कार्य करते हैं, उन्हें सफलता अवश्य मिलती है। चाणक्य नीति के अनुसार सीमित संसाधनों से ही व्यक्ति को लक्ष्य की प्राप्ति करनी चाहिए। संसाधनों का सही ढंग से प्रयोग करना, सफलता की तरफ पहला कदम माना जाता है। संसाधनों का उपयोग बेहतर और सोच समझ कर करना चाहिए. संसाधनों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न: चाणक्य कहते हैं कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। घर में खुशहाली बनाकर रखनी चाहिए। जिन घरों में क्लेश होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। जिस परिवार के सदस्यों के बीच स्नेह और पति-पत्नी के बीच प्रेम होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। चाणक्य कहते हैं कि मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए वाणी में मधुरता होना जरूरी है। कड़वे वचन बोलने वालों पर मां लक्ष्मी कभी अपना कृपा नहीं बरसाती हैं। चाणक्य कहते हैं कि इसके अलावा कार्यक्षेत्र में सभी के साथ तालमेल मिलाकर चलने वालों को सफलता जल्दी हासिल होती है। शास्त्रों में दान को विशेष महत्व दिया गया है। शास्त्रों में जीवन को बेहतर बनाने के लिए मीठी वाणी, मदद, मित्रता, दान और पुण्य आदि बातों का जिक्र किया गया है। चाणक्य कहते हैं दान-पुण्य करने वाले लोगों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है।