आचार्य चाणक्य की नीति हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। चाणक्य की कुछ नीतियां यहां बता रहे जो सबके लिए हितकर। बता दें आचार्य चाणक्य महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ थे। चाणक्य की लिखी बातें आज भी प्रासंगिक हैं।
जो लोग मूर्ख हैं और दूसरों की बात नहीं समझते, उनसे ज्ञान की बात नहीं करनी चाहिए। मूर्ख लोगों से ज्ञान की बात करने पर हमारा समय भी बर्बाद होता है और बिना वजह वाद-विवाद बढ़ता है, क्योंकि ऐसे लोग किसी की बात नहीं सुनते हैं। इसीलिए इन लोगों से दूर रहने पर हम नुकसान से बचे रह सकते हैं। ईश्वर की भक्ति हमारे जीवन में एक अलग महत्व रखती है। इससे हमें सफलता मिलती है और बुरे वक्त में साहस मिलता है इसलिए हमें ईश्वर पर भरोसा और भक्ति दोनों करनी चाहिए। आप भक्ति से पुराने जन्म के कुकर्मों को टाल सकते हैं। अधिकांश लोग अपने चहेतो को, अपने नजदीकी रिश्तो में अपनी कमजोरियां उजागर कर देते है जो उन्हें बाद में बड़ी महंगी पड़ जाती है। जब आपका जन्म होता है तब आप सिर्फ अकेले होते है। पैदा होते ही आपके सांसारिक रिश्ते शुरू हो जाते है।
समय के साथ आप कई गहरे रिश्ते में बंध जाते हो,ऐसे में हम अपनी कमजोरी अपने इन रिश्तो में बता देते है।जो बाद में अन्य लोगो को भी पता चल जाती है। जो हमारे निजी जीवन के लिए ठीक नहीं होता हर व्यक्ति की कोई न कोई कमजोरी जरूर होती है। ऐसे में कभी भी अपनी कमजोरी किसी को भी न बताये, चाहे वह आपका दोस्त या आपकी पत्नी ही क्यों न हो। अपनी आत्मा के सम्मान के लिए इससे बचे। जीवन में ऐसे बहुत से उदाहरण देखने को मिलते है जब लोगों के पास सुख – सुविधा, धन – वैभव होने के बावजूद भी वे कोई ऐसी गलती कर देते है जिनसे उनका स्वर्ग जैसा जीवन नरक बन जाता है। यह किस कारण होता है – हमारे एक दोष के कारण भले ही आप में बहुत से गुण हो।आपका व्यवहार अच्छा हो, आप दयावान हो, आप समाजसेवी हो या आप पैसे वाले हो।
आपकी समाज में बड़ी इज्जत है, लेकिन अगर आपके अंदर एक छोटा सा भी दोष होगा तो वह आपका जीवन बर्बाद कर देगा. दोष जैसे – नशेबाजी करना, अय्याशी करना, घमंड करना या जुआ खेलना। इसलिए खुद में झाँक कर देखे की आपके अंदर कोई दोष तो नहीं है। अगर है तो उसे त्याग दे। वरना आपकी मेहनत से बनाई गई सारी इज्जत एक पल में ही मिट्टी में मिल जाएगी। यह वाक्य आपने जरूर सुना होगा कि ”धन है तो जीवन है” बिना धन के तो हम सब कंगालहै। बात बिलकुल पते की है. बिना धन के न इज्जत है न ही सुख – समृद्धि. धन हमारे जीवन में खास रोल अदा करता है। कई ऐसे लोग होते है जो इस धन का बड़ा दुरूपयोग करते है।