इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन में कई भाषाओं में कमेंट्री होने के कारण खासा सुर्खियां बटोर रहा है, जहां पिछले साल तक आईपीएल मात्र छह भाषाओं में मैच की कमेंट्री करता था, वहीं इस बार हिंदी, अंग्रेजी के साथ कुल 12 भाषाओं में कमेंट्री की जा रही है। लीग में भोजपुरी कमेंट्री की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है। और नेटिजन्स भी इसे सुनकर अपनी प्रतिक्रिया देते दिखाई दे रहे हैं|
13 भाषाओं में प्रसारित: इंडियन प्रीमियर लीग की कमेंट्री इस बार जियो सिनेमा पर कन्नड़, बांग्ला, मराठी, गुजराती, मलयालम के अलावा भोजपुरी, पंजाबी और उड़िया में भी की जा रही है। सोशल मीडिया भोजपुरी सिनेमा के स्टार और सांसद रवि किशन ने कमेंट्री की है| रवि किशन ने ट्वीट कर ख़ुशी जताई कि क्रिकेट जिसे भारतवर्ष में एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है, उसका आनन्द इस बार दुगुना होने वाला हैं काहे से हम आप लोगन के खातिर पुरा मैच के विवरण भोजपुरी में सुनाए आवत बाटी, बनल रहीं हमरे संगे और आनंद लेई भोजपुरी मिठास में बैट बाल के खेला के |
रविकिशन के ट्वीट के बाद एक यूजर ने लिखा कि CSK की हार से दुःख जरूर हुआ लेकिन भोजपुरी कमेंट्री सुनकर मन गदगद हो गया। वही एक ने लिखा कि IPL अलग-अलग भाषाओं में देखने को मिल रहा है। लेकिन भोजपुरी में क्रिकेट देखने का एक अलग ही मजा है। वैसे क्रिकेट से ज्यादा लिट्टी चोखा डिस्कस हो रहा है। दूसरे यूजर ने लिखा कि भोजपुरी कमेंट्री समझ में नहीं आया लेकिन सुनकर अच्छा लगा।
इस दौरान एक यूजर ने लिखा कि भोजपुरी भाषा की कमेंट्री छोड़ कर जियो सिनेमा की आईपीएल स्ट्रीमिंग में कुछ भी अच्छा नहीं है और दो चार मैच बाद ये भोजपुरी का चार्म भी खत्म हो जायेगा। एक यूजर ने लिखा कि ट्विटर पर ऐसा लग रहा है कि लोग आईपीएल के लिए कम बल्कि भोजपुरी कमेंट्री के लिए लोग ज्यादा उत्सुक हैं। एक यूजर ने लिखा कि इस बार आईपीएल की कमेंट्री तेरह भाषाओं में प्रसारित हो रही है। इससे भी बड़ी खबर यह है कि उन तेरह भाषाओं में भोजपुरी भी एक भाषा है।
भोजपुरी को जो दर्जा सरकार नहीं दे रही है लेकिन लगता है आईपीएल ने वह दर्जा दे दिया है। वहीं कई लोगों का मानना है कि भोजपुरी भाषा को मजाकिया अंदाज में प्रस्तुत किया गया, जो सरासर गलत है| भोजपुरी एक गरिमामयी भाषा है, इसे मजाक न बनाया जाये|
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