लगभग 37,000 साल पहले, नेएंडरथल्स छोटे-छोटे समूहों में अब के दक्षिणी स्पेन में रहते थे। कहा जाता है की उनके जीवन में बदलाव संभवतः कुछ हजार साल पहले इटली के फ्लेग्रियान फील्ड्स में हुई ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से आया, जिसने पूरे भूमध्यसागरीय क्षेत्र में खाद्य श्रृंखलाओं को प्रभावित किया। नेएंडरथल्स अपने दैनिक जीवन में पत्थर के औजार बनाते, पक्षियों और मशरूम का सेवन करते, चट्टानों पर प्रतीक उकेरते और पंखों व शंखों से आभूषण बनाते थे।
हालांकि, वे शायद यह नहीं जानते थे कि वे अपने ही प्रकार के अंतिम जीवों में से हैं। नेएंडरथल्स का विलुप्त होना वास्तव में दसियों हजार साल पहले शुरू हुआ, जब वे अलग-थलग और छोटे समूहों में बिखर गए। लगभग 34,000 साल पहले, ये हमारे सबसे करीबी मानव संबंधी थे, जो पूरी तरह से विलुप्त हो गए। इस अवधि में आधुनिक मनुष्यों और नेएंडरथल्स का समय और स्थान पर एक साथ अस्तित्व रहा, जिससे यह सवाल उठता रहा कि क्या हमारी प्रजाति ने उनकी मृत्यु में भूमिका निभाई। यह भूमिका सीधे तौर पर हिंसा और युद्ध के माध्यम से या अप्रत्यक्ष रूप से बीमारी और संसाधनों की प्रतिस्पर्धा के कारण हो सकती थी।
नई शोध से अब यह रहस्य धीरे-धीरे सुलझ रहा है कि नेएंडरथल्स का विलुप्त होना कैसे हुआ और इसमें हमारी प्रजाति ने क्या भूमिका निभाई। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की जीवविज्ञान मानव विज्ञानी शारा बेली के अनुसार, “नेएंडरथल्स के साथ जो हुआ, वह जटिल है।”
पिछले दशकों के शोध के अनुसार, एक ‘परफेक्ट स्टॉर्म’ ने उनके विनाश में योगदान दिया। इसमें नेएंडरथल्स के बीच प्रतिस्पर्धा, इनब्रीडिंग, और आधुनिक मानवों की भूमिका शामिल रही। 1856 में जर्मनी के नेएंडर घाटी में एक असामान्य खोपड़ी मिलने के बाद ही उनकी कहानी वैज्ञानिकों के सामने आई। शुरुआत में इन्हें जंगली और बेसुध माना गया, लेकिन अब पता चला है कि ये जीव अत्यधिक विकसित थे। नेएंडरथल्स ने जटिल औजार बनाए, कला का निर्माण किया, अपने मृतकों को दफनाया। शोधकों के अनुसार, उनकी संचार क्षमताएँ भी उन्नत थीं।
शोध से पता चला है कि रूस से लेकर इबेरियन प्रायद्वीप तक, आधुनिक मानव और नेएंडरथल्स कम से कम 2,600 साल और अधिकतम 7,000 साल तक साथ रहे। इस अवधि में नेएंडरथल्स पहले से ही संकटग्रस्त थे। आनुवंशिक अध्ययन बताते हैं कि उनके छोटे समूहों और कम आनुवंशिक विविधता के कारण उनकी जीवित रहने की क्षमता घट रही थी।
यूनिवर्सिटी एट बफेलो के विकासवादी आनुवंशिकीविद ओमर गोककुमेन के अनुसार, नेएंडरथल्स में “म्यूटेशनल बर्डन” अधिक था। छोटे समूहों के कारण हानिकारक जीन पीढ़ी-दर-पीढ़ी फैलते गए, जिससे उनके बच्चे कमजोर और बीमार हो सकते थे। यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया की प्रागैतिहासिक पुरातत्वविद एप्रिल नोवेल के अनुसार, यदि नेएंडरथल्स के बच्चों के जीवित रहने की दर में केवल 1.5% की गिरावट होती, तो उनकी आबादी लगभग 2,000 साल में समाप्त हो सकती थी।
इस बीच, आधुनिक मानव समूह यूरोप में तेजी से फैलते गए, जबकि नेएंडरथल्स छोटे और अलग-थलग समूहों में सीमित रह गए। शोध यह संकेत देता है कि नेएंडरथल्स के विनाश में प्राकृतिक परिस्थितियों, जटिल सामाजिक संरचना, और मानव प्रतिस्पर्धा का मिश्रित योगदान रहा।
मानव और नेएंडरथल्स:
पुरातत्वविद पहले मानते थे कि आधुनिक मानव और नेएंडरथल्स के बीच युद्ध या संघर्ष ने हमारे सबसे करीबी मानव पूर्वजों को खत्म कर दिया। नेएंडरथल्स के कंकालों पर हिंसा के प्रमाण जरूर मिलते हैं। उदाहरण के लिए, फ्रांस के सेंट सेसायर में मिले एक नेएंडरथल पुरुष की खोपड़ी पर तेज हथियार से चोट के निशान हैं। लेकिन यह कहना असंभव है कि यह चोट आधुनिक मानवों ने ही लगाई, या वे उसी गुफा में रहते थे।
नेएंडरथल्स ने यूरासिया में लगभग 135,000 और 100,000 साल पहले कई कठिन दौर देखे, जब उनकी आबादी लगभग समाप्त होने के कगार पर थी। लेकिन वे इन ठंडे मौसम और पर्यावरणीय बदलावों के बावजूद अपने समूहों को संभालते रहे। शारा बेली के अनुसार, “नेएंडरथल्स ने इन सभी कठिनाइयों को सहा, लेकिन जब उनके ऊपर आधुनिक मानवों का अतिरिक्त दबाव आया, तभी वे विलुप्त हुए।”
युद्ध और रोग ही उनके विलुप्त होने के एकमात्र कारण नहीं थे। जब दो प्रजातियाँ एक ही क्षेत्र में रहती हैं, तो संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा भी निर्णायक हो सकती है। नेएंडरथल्स ने बहुत विकसित औजार बनाए और कला में रुचि दिखाई, लेकिन नए शोध से पता चलता है कि मानव और नेएंडरथल्स के मस्तिष्क में महत्वपूर्ण अंतर थे। आधुनिक मानवों के मस्तिष्क में उच्च-स्तरीय सोच के लिए अधिक न्यूरॉन्स और बेहतर नेटवर्किंग थी, जबकि नेएंडरथल्स को भाषा और त्वरित सोच में कठिनाई होती थी। इसका मतलब है कि शिकार और भोजन जुटाने में आधुनिक मानवों को बढ़त मिलती थी।
नेएंडरथल्स के छोटे और अलग-अलग समूहों के कारण सांस्कृतिक नवाचार भी सीमित थे। शारा बेली के अनुसार, “बड़े समूहों में विचार तेजी से फैलते हैं और लोग उन पर निर्माण कर सकते हैं। नेएंडरथल्स के छोटे, बिखरे समूहों में उनके रचनात्मक या सांस्कृतिक नवाचार उतनी तेजी से विकसित नहीं हुए।”
हालांकि नेएंडरथल्स ने अत्यधिक परिष्कृत औजार बनाए, लेकिन उनके पास स्पष्ट लंबी दूरी के हथियार नहीं थे। आधुनिक मानवों की प्रक्षेप्य हथियार बनाने की क्षमता ने उन्हें जीवित रहने में बढ़त दी। इसके अलावा, जब नेएंडरथल्स यूरोप में सिकुड़ते गए और दक्षिणी इबेरिया की ओर पिछे हटने लगे, उनके बीच संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ी।
कई शोधकर्ता मानते हैं कि धीरे-धीरे नेएंडरथल्स का हमारी आबादी में विलय हुआ। यह विचार पहली बार 35 साल पहले पेलियोएंथ्रोपोलॉजिस्ट फ्रेड स्मिथ ने प्रस्तुत किया था। हालांकि, इसके लिए ठोस पुरातात्विक प्रमाण नहीं हैं। हमें यह भी नहीं पता कि वे किसी साइट पर लंबे समय तक आधुनिक मानवों के साथ रहते थे या नहीं।
कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी की संगी-ही ली के अनुसार, “कुछ नेएंडरथल्स समूह विलुप्त हुए, कुछ पर हमला किया गया, कुछ ने संपर्क किया और कुछ ने केवल विचारों का आदान-प्रदान किया। अब नेएंडरथल्स के अंतिम क्षणों के लिए कोई एकल सिद्धांत नहीं है।” उनके अनुसार, नेएंडरथल्स का सामूहिक भाग्य कभी एकरूप नहीं था।
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