वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गोवा में जोरदार झटका लगा है। टीएमसी के पांच नेताओं ने गोवा में ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है। नेताओं का कहना है कि प्रशांत किशोर की कंपनी गोवा के लोगों को बेवकूफ बना रही है। नेताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी एमजीपी के साथ मिलकर गोवावासियों को बांटने का काम कर रही है। पार्टी से इस्तीफा देने वाले नेताओं ने ममता बनर्जी को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। पार्टी से इस्तीफा देने वाले नेताओं में पूर्व विधायक लावू मामलातदार के अलावा चार और नेता शामिल हैं। जिसमें राम मांडरेकर, किशोर परवार, कोमल परवार और सुजय मलिक हैं।
इस्तीफा टीएमसी नेताओं ने कहा कि पार्टी गोवा के लोगों को बेवकूफ बना रही है। नेताओं ने आरोप लगाया कि जब ममता सरकार बंगाल में महिलाओं का विकास नहीं कर पाई तो यहां के लोगों का कैसे विकास करेगी। नेताओं का कहना है कि टीएमसी जिस गृह लक्ष्मी योजना को गोवा में लागू कर यहां की महिलाओं को 5000 हजार देना का वादा की है। उस योजना के तहत बंगाल में महिलाओं का विकास करने में नाकाम रही है। तो गोवा की महिलाओं का इस योजना के तहत कैसे विकास हो सकता है।
नेताओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से गठबंधन कर गोवा को धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। नेताओं ने टीएमसी और एमजीपी पर हिन्दू और कैथोलिक वोटों का ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है। नेताओं ने कहा कि हम ऐसा नहीं होने दें।
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