राष्ट्रपति चुनाव में तमाम दावों के बावजूद कई राजनीतिक पार्टियां अपना कुनबा नहीं संभाल पाई। वोटिंग के दौरान खूब क्रॉस मतदान किया गया। बताया जा रहा कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को कांग्रेस ,एनसीपी और सपा सहित कई पार्टी के विधायकों ने वोट डाले। यह फूट यूपी से लेकर गुजरात, असम, महाराष्ट्र और हरियाणा सहित कई राज्यों में देखने को मिला। सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ। जिसमें विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा और एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू में मुकाबला है।
गुजरात में एनसीपी के विधायक कांधल एस. जडेजा ने पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोटिंग की। इसके अलावा एनसीपी के ही झारखंड के विधायक कमलेश सिंह भी द्रौपदी को मतदान किया। गुजरात से ही भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता छोटू वसावा ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोटिंग की। इसी तरह, समाजवादी पार्टी के नेता शहजील इस्लाम ने भी एनडीए की मुर्मू को वोट दिया। यूपी में इस्लाम के कई ठिकानों पर योगी सरकार ने बुलडोजर चलवा दिया था। इस्लाम के पेट्रोल पंप पर भी बुलडोजर चला था। अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने भी एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। वैसे भी शिवपाल ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया था।
वहीं, कांग्रेस ने भी अपने कुनबे को बचाने में नाकाम रही। ओडिशा के कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने भी एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। बताया जा रहा है कि मुकीम पार्टी अध्यक्ष के दावेदार थे, लेकिन ऐसा नहीं किये जाने से नाराज थे। झारखंड में भी कांग्रेस विधायकों ने भी जमकर क्रॉस वोटिंग की। हरियाणा में कांग्रेस विधायक कुलदीप विश्नोई ने भी पार्टी के आदेश के खिलाफ जाकर द्रौपदी मुर्मू को वोट किया। उन्होंने कहा कि मैंने यह कदम अपनी अंतरात्मा की आवाज पर उठाया। इससे पहले उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भी बीजेपी के उम्मीदवार को वोट दिया था।
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