सांसद संजय राउत ने भाजपा को चुनौती दी कि हो सकता है कि औरंगजेब से इस संबंध के कारण बावनकुले ने उन्हें औरंगजेबजी कहा हो| संजय राउत ने मैच में ‘रोखटोक’ विषय से पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में छत्रपति संभाजी महाराज को लेकर चल रहे विवाद पर विस्तार से टिप्पणी की है|
इस लेख में संजय राउत ने अप्रत्यक्ष रूप से एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाड की आलोचना की है| राकांपा के एक विधायक ने महसूस किया कि औरंगजेब क्रूर नहीं था। वहीं, भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का मानना था कि औरंगजेब सम्माननीय है| महाराष्ट्र में धार्मिक भ्रम का यह एक नया इतिहास। औरंगजेब, जिसने छत्रपति संभाजी महाराज को बेरहमी से मार डाला, क्या क्रूर औरंगजेब एक साधारण व्यक्तित्व था? बावनकुले यही कहना चाहते हैं। एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाड ने इतिहास को नया मोड़ देने का काम किया|
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