केदारनाथ धाम की भव्यता को बढ़ाने के लिए केदारनाथ मंदिर परिसर में 60 क्विंटल वजनी भगवान शिव के अतिप्रिय ॐ चिन्ह की आकृति को स्थापित किया जा रहा है। इसका पहला ट्रायल हो गया है और दूसरा ट्रायल एक-दो दिन में होगा, जिसके बाद आठ से दस दिन में यह स्थापित किया जाएगा। पहले चरण में मंदिर परिसर के विस्तार के साथ ही मंदिर मार्ग और गोल प्लाजा का निर्माण किया गया था। जबकि दूसरे चरण का काम चल रहा है। इसके तहत केदारनाथ धाम के गर्भगृह, दीवारों सहित छत को 550 सोने की परतों से संवारा गया था।
वहीं कार्यदायी संस्था के ईई विनय झिक्वांण ने बताया कि ऊं की आकृति को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए इसके चारों तरफ से तांबे से वेल्डिंग की जाएगी। साथ ही बीच के हिस्से के साथ ही किनारों को भी सुरक्षित किया जाएगा, जिससे बर्फबारी के समय में इसे किसी भी तरह का नुकसान न हो। लगभग एक सप्ताह के भीतर ऊं आकृति को स्थायी रूप से मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा।
इस आकृति का वजन पांच टन है और गुजरात के आर्टिस्टों की तरफ से इसको तैयार किया गया है। इस ॐ की आकृति को पूरी तरह से लाइटों से भी सजाया जाएगा। लाइटों से सजने के बाद यह रात के समय बेहद आकर्षित होगा। अब केदारनाथ धाम के दर शीश नमन करनेवाले तीर्थयात्री, श्रद्धालु संगम घाट के निकट आकृति के दर्शन भी कर पाएंगे। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण तथा कई नव निर्माण के कार्य चल रहे हैं।
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