पीएम मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित P20 पार्लियामेंट्री स्पीकर के शिखर सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन दुनिया भर की ( Parliamentary Practices) संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह समय शांति और भाईचारे का है और समय के साथ चलने के साथ ही, समय के साथ कदम बढ़ाने का है।
पीएम मोदी ने इस दौरान आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा कि ” यह समय सबके विकास और कल्याण का है। हमें वैश्विक विकास के बीच में आने वाले रुकावटों को दूर करना होगा और हमें मानव केंद्रित सोच को आगे बढ़ाना होगा। हमें विश्व को वन अर्थ, वन फेमिली और एक भावना के नजरिये से देखना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत दशकों से आतंकवाद से पीड़ित है और हजारों निर्दोषों की जान जा चुकी है। करीब 20 साल पहले आतंकियों ने संसद पर हमला किया था उस समय संसद में कार्यवाही चल रही थी।” पीएम मोदी ने कहा कि “उनकी मंशा नेताओं को बंधक बनाने और उन्हें खत्म करने की थी। भारत ऐसे कई आतंकी वारदातों से निपटते हुए यहां तक पहुंचा है।
पीएम मोदी ने इस दौरान आतंकवाद पर वैश्विक ढोंग प निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब दुनिया को भीं इस बात एहसास हो रहा है कि आतंकवाद कितनी बड़ी चुनौती है। आतंकवाद कहीं भी होता हो, किसी भी कारण से हो,किसी भी रूप में हो ,लेकिन वह मानवता के खिलाफ ही होता है। पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए आतंकवाद को लेकर हमें सख्ती बरतनी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर आम सहमति नहीं बन पाना बहुत दुखद है।
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