अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरशोर से शुरू है। 22 जनवरी को पीएम मोदी के हाथों प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा । इस हाई प्रोफ़ाइल कार्यक्रम में गर्भगृह में केवल पांच लोग रहेंगे, जिसमें पीएम मोदी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,सीएम योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत और मंदिर के मुख्य पुजारी होंगे।
52 इंच के रामलला: वहीं, बताया जा रहा है कि ट्रस्ट शुक्रवार को यह फाइनल कर लेगा कि गर्भगृह में कौन सी रामलला की मूर्ति रखी जाएगी। गर्भगृह में रखने के लिए तीन मूर्तियां बनाई जा रही हैं, जिसमें से एक मूर्ति का चयन कर गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को बैठक होनी है जिसमें नृपेंद्र मिश्रा,चम्पत राय, अयोध्या राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, वासुदेवानंद सरस्वती ,स्वामी परमानंद और महंत जिनेन्द्र मिश्रा शामिल रहेंगे। इस मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। गर्भ गृह में एक चबूतरा बनाया गया है जिस 52 इंच के रामलला विराजमान होंगे।
मंदिर परिसर में ऋषियों के मंदिर: वहीं, बताया जा रहा है, मंदिर परिसर में ऋषियों के भी मंदिर बनाये जाएंगे। जिसमें ऋषि अगस्त, ऋषि वाल्मीकि मंदिर,महर्षि वशिष्ठ मंदिर, महर्षि विश्वामित्र मंदिर को भी बनाया जाएगा। इसके साथ देवी अहिल्याबाई मंदिर, माता शबरी मंदिर और निषाद राज का भी मंदिर स्थापित किया जाएगा। इससे लोगों का सीधे त्रेतायुग से जुड़ाव होगा। वहीं कुबेर टीला पर जटायु की प्रतिमा स्थापित होगी जो बनकर तैयार है।
राम मंदिर में कुल 394 पिलर होंगे: बताया जा रहा है कि परकोटे के चारों ओर सूर्य भगवन, गणेशजी, माता भगवती और भगवान शिव का भी मंदिर स्थापित किया जाएगा। जबकि उत्तर दिशा में माता अन्नपूर्णा का मंदिर होगा। वहीं दक्षिण दिशा में हनुमानजी के मंदिर का मंदिर होगा। बता दें कि पूरा मंदिर 70 एकड़ में फैला हुआ है। राम मंदिर में कुल 394 पिलर होंगे, गर्भगृह में 160 और ऊपरी तल में 132 खंभे होंगे। राम मंदिर कुल 12 द्वारा मुख्य द्वार को “सिंह द्वार” नाम दिया गया है। जिससे श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करेंगे।
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