22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है| राम मंदिर के इस भव्य आयोजन के लिए पर्यावरण अनुकूल वाहन उपलब्ध रहेंगे| उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दो शहरों अयोध्या और लखनऊ में इंटरसिटी यात्रा के लिए 15 इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराए हैं। श्रद्धालु इन दोनों शहरों के बीच यात्रा करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग कर सकते हैं। भविष्य में और अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की व्यवस्था की जाएगी। उसके लिए टाटा कंपनी की कार खरीदी गयी है|
श्रद्धालुओं के लिए ई-कार्ट सेवा: अयोध्या विकास प्राधिकरण ने पर्यावरण अनुपूरक योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है| अयोध्या में चार श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए 15 इलेक्ट्रिक कारों की व्यवस्था की गई है| इसके अलावा पिछले साल दीपोत्सव कार्यक्रम के बाद अयोध्या में ई-कार्ट सेवा शुरू की गई थी| इसमें एक बार में 6 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसका उपयोग मुख्य रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए किया जाता है। इसी सुविधा के आधार पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर क्षेत्र की परिक्रमा पूरी की जाती है।
200 ईवी कारों की तैनाती: टाटा टिगोर ईवी कार को मेक इन इंडिया के पहले चरण में तैनात किया गया है। मंगलवार को अयोध्या विकास प्राधिकरण ने इलेक्ट्रिक कारों की सेवा शुरू कर दी है|15 जनवरी से 22 जनवरी के बीच विभिन्न कलाकारों, पर्यटकों और भक्तों के लिए 200 ईवी कारों के अयोध्या में प्रवेश करने की उम्मीद है।
कैसे बुक करें इस कार को: पैशन इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने My EV Plus नाम से एक कैब सर्विस लॉन्च की है। 6 जनवरी से अयोध्या एयरपोर्ट से पिक एंड ड्रॉप सेवा शुरू हो रही है| यह सेवा पूरे अयोध्या में उपलब्ध होगी।
टिकट के लिए कितना देना होगा भुगतान: यह सेवा दो शहरों लखनऊ और अयोध्या के बीच शुरू हो रही है। यात्रियों को एक तरफ की यात्रा के लिए 3000 रुपये चुकाने होंगे| वहीं अयोध्या में श्रद्धालुओं को 0 से 10 किलोमीटर के लिए 250 रुपये, 0-15 किलोमीटर के लिए 399 रुपये, 0-20 किलोमीटर के लिए 499 रुपये, 20-30 किलोमीटर के लिए 799 रुपये, 30 से 40 किलोमीटर के लिए 999 रुपये चुकाने होंगे|
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