जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को इस्लामी आतंकीयों के हमले में 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की जान चली गई। इस दर्दनाक घटना के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक बार फिर तल्खी आ गई है, और अब यह असर सीधे फिल्म इंडस्ट्री में दिखने लगा है। वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज़ फेडरेशन (FWICE) के महासचिव अशोक दुबे ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने वालों पर तीखा हमला बोला है।
दुबे ने साफ कहा—”ये राष्ट्रहित का मामला है, और राष्ट्र सबसे पहले आता है। पहलगाम में हमारे पर्यटकों पर जो हमला हुआ है, वह बेहद शर्मनाक है।” उन्होंने आगे चेताया कि अगर किसी भी भारतीय सदस्य को पाकिस्तानी कलाकारों या तकनीशियनों के साथ काम करते पाया गया, तो FWICE उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और उसे इंडस्ट्री से बाहर कर दिया जाएगा।
#WATCH | #PahalgamTerrorAttack | Ashok Dubey, General Secretary, Federation of Western India Cine Employees (FWICE), says, " When Pulwama attack took place in 2019, we had issued a press release against Pakistani artists, we had told that time also that we won't let Pakistani… pic.twitter.com/PplwunYmhh
— ANI (@ANI) April 25, 2025
यही नहीं, दुबे ने यह भी बताया कि FWICE से जुड़ी सभी संस्थाओं को पत्र भेजे जा रहे हैं और सूचना एवं प्रसारण मंत्री को एक पत्र लिखकर यह मांग की गई है कि “हमारा कोई भी सदस्य, हिंदुस्तान का कोई भी सदस्य अगर उनके साथ काम कर रहा है, तो उसके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा किया जाए ताकि वह आगे से यह सब चीज करने से पहले 1000 बार सोचने पर मजबूर हो।”
इसी सिलसिले में FWICE ने फिल्म ‘अबीर गुलाल’ के निर्माता विवेक अग्रवाल को भी चेतावनी देते हुए पत्र भेजा है। इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान मुख्य भूमिका में हैं और इसे 9 मई को रिलीज़ किया जाना था। दुबे ने स्पष्ट कहा कि अगर यह फिल्म रिलीज़ होती है, तो FWICE इस फिल्म से जुड़े हर यूनिट मेंबर—कैमरामैन से लेकर निर्देशक तक—के साथ सहयोग समाप्त कर देगा। साथ ही, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस फिल्म को बैन करने की भी अपील की गई है।
गौरतलब है कि फवाद खान को पहले भी 2016 के उरी हमले के बाद भारत में बैन कर दिया गया था। ‘अबीर गुलाल’ उनकी नौ साल बाद बॉलीवुड में वापसी की कोशिश थी, जो अब अधर में लटक गई है। बता दें की पाकिस्तानी कलाकारों संग काम करने के लिए हमेशा से उत्सुक कई दिग्दर्शक और अभिनेताओं का कहना है की कला और कलाकारों को सीमाओं से परे देखा जाना चाहिए, लेकीन यह भी सच्चाई है की भारतीय प्रेक्षकों से पैसे कमाने के बावजूद पाकिस्तानी कलाकार भारत और भारतीय संस्कृती को बुरा-भला बोलते आए है। बहुसंख्य प्रेक्षकों का मानना है की जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तो हर भावनात्मक बहस को किनारे रख देना चाहिए। बहरहाल, FWICE की मांग स्पष्ट है की पाकिस्तानी कलाकारों के साथ भी कोई नर्मी नहीं बर्ती जाए।
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