भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने सोमवार (30 जून) को घोषणा की कि उसने 15,539.9 मेगावाट की संचालित हरित ऊर्जा क्षमता हासिल कर ली है। यह न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारत के लिए अब तक का सबसे तेज़ और सबसे बड़ा हरित ऊर्जा निर्माण बन गया है।
कंपनी ने बताया कि इसके पोर्टफोलियो में 11,005.5 मेगावाट सोलर, 1,977.8 मेगावाट विंड, और 2,556.6 मेगावाट हाइब्रिड क्षमता शामिल है। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) भारत की पहली और एकमात्र कंपनी बन गई है जिसने पूरी तरह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स के माध्यम से यह मुकाम हासिल किया है।
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इस उपलब्धि पर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कहा, “यह जानकारी साझा करते हुए खुशी हो रही है कि अदाणी ग्रीन ने 15,000 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को पार कर लिया है, जो भारत के इतिहास में सबसे बड़ा और तेज हरित ऊर्जा निर्माण है।”
उन्होंने आगे लिखा, “खावड़ा के रेगिस्तानी परिदृश्य से लेकर दुनिया के टॉप 10 ग्रीन पावर उत्पादकों में गौरवपूर्ण स्थान तक, यह मील का पत्थर एक संख्या से कहीं अधिक है। यह ग्रह के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और भारत के हरित पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने के हमारे संकल्प को दर्शाता है।”
AGEL के CEO आशीष खन्ना ने कहा, “15,000 मेगावाट के मील के पत्थर को पार करना बहुत गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि हमारी टीम के अथक प्रयासों और समर्पण का प्रमाण है। यह हमारे प्रमोटरों के दूरदर्शी नेतृत्व और हमारे निवेशकों, ग्राहकों, टीम और भागीदारों के अटूट समर्थन के बिना संभव नहीं होता, जो हर कदम पर हमारे साथ खड़े रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अदाणी को रिन्यूएबल एनर्जी में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने की गौतम अदाणी की महत्वाकांक्षा से प्रेरित होकर यह साबित करते हुए कि क्लीन एनर्जी को अभूतपूर्व पैमाने और गति से वितरित किया जा सकता है, AGEL इनोवेशन और परिचालन उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
कंपनी का यह पोर्टफोलियो अब लगभग 7.9 मिलियन घरों को बिजली देने में सक्षम है और 13 राज्यों में स्वच्छ ऊर्जा पहुंचा रहा है। खावड़ा में वर्तमान में 5,355.9 मेगावाट क्षमता चालू की जा चुकी है। खावड़ा, गुजरात में 30,000 मेगावाट क्षमता वाला जो प्रोजेक्ट बन रहा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट होगा। इसका क्षेत्रफल 538 वर्ग किलोमीटर है, जो पेरिस से पांच गुना बड़ा है और अंतरिक्ष से भी नजर आएगा।
खन्ना ने कहा, “हमारा लक्ष्य रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 2030 तक 50,000 मेगावाट तक बढ़ाते हुए भारत और दुनिया को सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन से बिजली देने के अपने मिशन पर दृढ़ रहना है।” यह उपलब्धि भारत के 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के राष्ट्रीय लक्ष्य के प्रति AGEL की गहरी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
यह भी पढ़ें:
ओमान की खाड़ी में तेल टैंकर को लगी आग, भारतीय नौसेना ने समय रहते बचाया!
सोने की खदान ढही, 11 लोगों की मौत, 7 घायल!
अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस पर ओम बिरला, रिजिजू, केशव मौर्य समेत कई नेताओं ने दी शुभकामनाएं!
