छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 30 नक्सली मारे गए, जिनमें शीर्ष नक्सली नेता नामबाला केशव राव उर्फ बसव राज भी शामिल है। बसवराज पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था और वह देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से वांछित था।
सूत्रों के अनुसार, बसवराज नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का महासचिव भी था और रणनीतिक संचालन में अहम भूमिका निभाता था। उसकी मौत को सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। यह मुठभेड़ बुधवार सुबह नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुई। जानकारी के मुताबिक, अबूझमाड़ के घने जंगलों में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन शुरू किया था।
सुरक्षा बलों के इलाके में पहुंचते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में DRG जवानों ने मोर्चा संभाला। घंटों चली इस मुठभेड़ में शीर्ष नक्सली नेताओं को घेरे में लेकर मार गिराया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में कई सीनियर कैडर शामिल हैं, जो माओवादियों की “मद डिवीजन” से जुड़े थे। फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है और कुछ और शव बरामद होने की आशंका जताई जा रही है।
यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हुई है जब दो हफ्ते पहले बीजापुर जिले के कर्रगुट्टा पहाड़ियों में हुई एक अन्य कार्रवाई में 15 नक्सली मारे गए थे। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों को राज्य में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई माना जा रहा है।राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा, “यह ऑपरेशन हमारी सुरक्षा एजेंसियों की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। बसवराज जैसे शीर्ष नेता का मारा जाना नक्सल नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है।”
अबूझमाड़ का यह क्षेत्र नक्सल गतिविधियों का गढ़ माना जाता है, जहां लंबे समय से सुरक्षा बलों को चुनौती मिलती रही है। लेकिन हाल के महीनों में लगातार की जा रही कार्रवाई से इस क्षेत्र में नक्सल प्रभाव कमजोर होता दिखाई दे रहा है।यह ऑपरेशन देश की सुरक्षा और आंतरिक शांति के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
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