महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान, तुर्की और अजरबैजान से आयातित सभी उत्पादों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। यह फैसला नासिक में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया, जिसमें शहर के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैठक के दौरान व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि यह बहिष्कार केवल व्यापारिक कदम नहीं, बल्कि एक नैतिक और राष्ट्रहित में उठाया गया मजबूत कदम है। प्रस्ताव के अनुसार, महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स इन देशों के सभी उत्पादों के बहिष्कार के लिए व्यापारी समुदाय से भी अपील करेगा।
प्रतिनिधियों ने बताया कि यह पहल देशभक्ति की भावना को दर्शाने के साथ-साथ भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थिति को भी मजबूत करेगी। यह संदेश दिया गया कि भारत का व्यापारिक वर्ग किसी भी स्थिति में आतंकवाद का समर्थन नहीं करेगा और देशहित को सर्वोपरि रखेगा।
बैठक में क्रेडाई सचिव तुषार संकलेचा, हार्डवेयर एवं पेंट्स मर्चेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मुस्तगीर मोगरावाला, एनआईएमए उपाध्यक्ष मनीष रावल, कार्यकारिणी सदस्य रणजीत सिंह आनंद, दीपाली चांडक, सोनल दगड़े, श्रीधर व्यवहारे, संदीप सोमवंशी, मोहनलाल लोढ़ा, वेदाशु पाटिल, प्रशांत जोशी, सलाहकार दिलीप सालवेकर, सहायक सचिव अविनाश पाठक सहित कई व्यापार संघों के प्रतिनिधि शामिल थे।
यह बहिष्कार न केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है, बल्कि भारतीय व्यापार जगत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है कि वह अपने देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
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