मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कथित ‘लव जिहाद’ का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शेखर सिलावट नामक एक हिंदू युवक ने आरोप लगाया है कि निलोफर आसिफ नाम की मुस्लिम महिला ने खुद को ‘श्रेया’ नामक हिंदू महिला बताकर उसके साथ प्रेम संबंध स्थापित किए और बाद में शादी के लिए दबाव बनाया। शादी के बाद युवक को महिला की असली पहचान पता चली, जिसके बाद विवाद गहराता गया।
शेखर ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी मुलाकात 2021 में ‘श्रेया’ नाम की एक महिला से हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और तीन साल तक उनका रिश्ता चला। शेखर के अनुसार, इस दौरान ‘श्रेया’ लगातार उस पर शादी का दबाव बनाती रही और मना करने पर आत्महत्या की धमकी भी देती थी।
6 मई 2025 को निलोफर ने शेखर को भोपाल के रत्तीबड़ इलाके में स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी करने के लिए मजबूर कर दिया। शेखर का कहना है कि वह मानसिक दबाव में आकर शादी के लिए राजी हो गया। शादी के बाद उसे पता चला कि ‘श्रेया’ असल में निलोफर आसिफ नाम की मुस्लिम महिला है, जो पहले से तलाकशुदा है और तीन बच्चों की मां भी है।
शेखर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जब उसने निलोफर से दूरी बनानी शुरू की, तो 18 मई को करीब 10 लोग उसके घर में घुस आए और उसे व उसके भाई को जबरन अगवा कर लिया। अगवा करने वाले उसे भानपुर गांव ले गए, जहां न केवल उसकी पिटाई की गई, बल्कि उस पर निलोफर और उसके बच्चों की जिम्मेदारी लेने तथा इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव भी डाला गया।
इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन अशोका गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी। यह मामला राज्य में ‘लव जिहाद’ और पहचान छुपाकर रिश्ते बनाने के बढ़ते मामलों में से एक है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह न्याय की मांग करता है और चाहता है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रदेश के कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है और आरोपियों पर धोखाधड़ी, धमकी और जबरन धर्म परिवर्तन के तहत मामला दर्ज करने की अपील की है।
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