राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक और हत्याकांड ने राजधानी की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 20 वर्षीय समीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना जोगी बस्ती के भीतर बीती रात उस समय घटी जब समीर अपने घर से नानी के घर जा रहा था। समीर की हत्या से इलाके में भय और गुस्से का माहौल बन गया है, और यह राजधानी में हाल के दिनों में हत्याओं की बढ़ती घटनाओं का एक नया उदाहरण है।
बताया जा रहा है कि समीर रात को अपने घर से खाना खाकर नानी के घर जाने निकला था। नानी के घर से कुछ ही कदम की दूरी पर, अज्ञात बदमाशों ने उसे गोली मार दी। गोली लगने के बाद समीर वहीं गिर पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे इलाज के लिए जग प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पिता, कमरूद्दीन ने दुख भरे शब्दों में बताया, “मेरा बेटा बीती रात घर से खाना खाकर बाहर गया था। देर रात मुझे सूचना मिली कि किसी अज्ञात शख्स ने मेरे बेटे को गोली मार दी है।” इस हादसे ने न केवल मृतक के परिवार को तोड़कर रख दिया, बल्कि पूरी मोहल्ले को भी शोक में डुबो दिया है।
पुलिस ने घटना के बाद जांच शुरू कर दी है, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है ताकि आरोपियों का पता चल सके। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि समीर की हत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और क्या यह किसी व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम था।
यह घटना दिल्ली में हाल के दिनों में हत्या से जुड़ी कई घटनाओं के साथ जुड़ती है। इससे पहले 17 अप्रैल को सीलमपुर के जे-ब्लॉक में 17 वर्षीय एक किशोर, कुणाल की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। उस घटना में भी इलाके में तनाव फैल गया था और स्थानीय लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वहीं, दिल्ली के शाहदरा जिले के जीटीबी एनक्लेव थाना क्षेत्र में 14 अप्रैल को एक युवती की हत्या हुई थी। इस मामले में पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से 19 वर्षीय आरोपी रिजवान को गिरफ्तार किया।
दिल्ली में बढ़ती आपराधिक घटनाएं और हत्याओं की बढ़ती संख्या पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस को अब इन घटनाओं के कारणों की तह तक पहुंचने और राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
यह घटनाएं न केवल एक परिवार के लिए दुखदाई हैं, बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर करती हैं कि आखिर समाज में हिंसा और अपराध क्यों बढ़ रहे हैं। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इन मामलों का समाधान किस तरह से निकालते हैं और क्या जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
यह भी पढ़ें:
अमलसाड़ चीकू में क्या है खास, जो गुजरात को मिला जीआई टैग!
मुर्शिदाबाद हिंसा में तोड़े गए मंदिरों का करेंगे पुनर्निर्माण !
शादी में पनीर न मिलने पर सिरफिरे ने बारातियों पर चढ़ाई बस, छह घायल!