दिल्ली के चर्चित एसिड अटैक केस ने मंगलवार (28 अक्तूबर)को एक चौंकाने वाला मोड़ ले लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि पूरी कहानी लड़की के पिता अक़ील खान द्वारा गढ़ी गई थी। जिसका मकसद था उस महिला और उसके पति को फँसाना, जिसने खान पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया था।
26 अक्टूबर (रविवार) की सुबह, दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज के पास एक 20 वर्षीय बीकॉम छात्रा पर एसिड अटैक की खबर से पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी। पीड़िता ने दावा किया था कि आरोपी जितेंद्र और उसके दो साथी ईशान और अरमान बाइक से आए और अरमान ने बोतल में रखा एसिड उस पर फेंक दिया। उसने कहा कि उसने अपना चेहरा बचाने की कोशिश की, लेकिन उसके दोनों हाथ जल गए।
पीड़िता और उसके भाई दोनों ने पुलिस को बताया कि जितेंद्र लंबे समय से उसे पीछा कर रहा था और एक महीने पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। यह कहानी सुनकर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया लेकिन जांच आगे बढ़ी तो तस्वीर पूरी तरह बदल गई।
दिल्ली पुलिस ने जब घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो वहां कहीं भी आरोपी बाइक पर जाते या एसिड फेंकते नहीं दिखे। इसके अलावा, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से साबित हुआ कि घटना के समय जितेंद्र करोल बाग में मौजूद था।
वहीं ईशान और अरमान की लोकेशन आगरा में पाई गई। पुलिस को यह भी पता चला कि ईशान और अरमान भाइयों की मां ने बताया कि उनका अक़ील खान से पुराना संपत्ति विवाद चल रहा है और 2018 में उनके रिश्तेदारों ने उन पर एसिड अटैक किया था। पुलिस को न तो किसी बोतल का सबूत मिला, न एसिड के निशान। लड़की के बैग और कुर्ती पर भी कोई एसिड के दाग नहीं मिले। पुलिस के अनुसार, लड़की को उसके भाई ने अशोक विहार में छोड़ा था, और वहां से उसने ई-रिक्शा लेकर कॉलेज के गेट से 300 मीटर पहले उतर गई थी।
स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) रवींद्र सिंह यादव ने कहा, “हमारे पास सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल रिकॉर्ड हैं जो लड़की के बयान से मेल नहीं खाते।” जांच में यह भी सामने आया कि घटना से दो दिन पहले, यानी 24 अक्टूबर को, जितेंद्र की पत्नी ने अक़ील खान के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था।
उसने पुलिस को बताया कि वह 2021 से 2024 तक खान की फैक्ट्री में काम करती थी, और इसी दौरान खान ने उसका बलात्कार किया और अश्लील तस्वीरें खींचकर ब्लैकमेल किया। पीड़िता ने यह भी बताया कि वह लगातार उसे धमका रहा था और मानसिक रूप से परेशान कर रहा था।
27 अक्टूबर को पुलिस ने अक़ील खान को संगम विहार से गिरफ्तार किया, जहाँ वह रेप केस दर्ज होने के बाद छिपा हुआ था। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने ही अपनी बेटी के साथ मिलकर पूरी एसिड अटैक कहानी गढ़ी, ताकि जितेंद्र और उसके परिवार को फँसाया जा सके और बलात्कार पीड़िता पर दबाव बनाया जा सके।
पुलिस के अनुसार, लड़की के हाथों पर जो जलन थी, वह टॉयलेट क्लीनर से हुई थी। जिसे वह अपने घर से लेकर आई थी। अक़ील खान ने बताया कि उसने बेटी से कहा था कि वह अपने हाथों पर टॉयलेट क्लीनर डाल दे, ताकि हमला असली लगे।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अक़ील खान ने यह पूरी झूठी कहानी इसलिए रची ताकि रेप केस की जांच को कमजोर किया जा सके और पीड़िता को डराया जा सके। अक़ील खान के खिलाफ अब झूठा मुकदमा दर्ज कराने और न्याय में बाधा डालने के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह खुलासा न केवल दिल्ली में कानूनी व्यवस्था की दक्षता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे व्यक्तिगत दुश्मनी और अपराधबोध के चलते एक पिता ने अपनी ही बेटी को झूठ की साज़िश में शामिल कर दिया।
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