हरियाणा के नूंह जिले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है जो गांव बाजड़का के एक ईंट भट्टे पर अवैध रूप से मजदूरी कर रहे थे। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें सामने आया कि ये सभी विदेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे।
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने जानकारी दी कि विशेष सूचना मिलने के बाद टीम ने तत्काल दबिश दी और सभी संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ कि इन व्यक्तियों के पास न तो वीजा है और न ही कोई पहचान पत्र जिससे उनकी भारत में मौजूदगी वैध ठहराई जा सके।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ये लोग कब, कैसे और किन रास्तों से भारत में दाखिल हुए। साथ ही, इस नेटवर्क में स्थानीय सहयोगियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। यह आशंका जताई जा रही है कि इन्हें यहां लाकर सस्ते श्रमिक के रूप में ईंट भट्टों पर लगाया गया, जिससे अवैध लेबर का बड़ा नेटवर्क भी सामने आ सकता है।
इस मामले में पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अब ईंट भट्टा मालिकों, ठेकेदारों और अन्य व्यवसायियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे अपने कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से कराएं। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से न केवल अवैध घुसपैठ पर लगाम लगेगी बल्कि सुरक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।
प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें अपने आस-पास किसी संदिग्ध व्यक्ति की मौजूदगी का शक हो, तो वे तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दें। पुलिस का कहना है कि जिले में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर, उन्हें निष्कासन की प्रक्रिया के तहत देश से बाहर निकाला जाएगा।
बीते दिन मथुरा के भी दो ईंट भट्टों से 90 बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए थे, जो सालों से भारत में पहचान छुपाकर रहते आए है।
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