टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क अब राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने ‘अमेरिका पार्टी’ नाम से एक पार्टी बनाई है और इसके जरिए चुनाव लड़ेंगे। वहीं भारत के 18 वर्षीय युवक ने भविष्यवाणी की थी कि मस्क की राजनीतिक यात्रा जल्द ही शुरू होगी। यह 18 वर्षीय युवक है विवान करुलकर, जो एक वैज्ञानिक भी है और लेखक भी। उन्होंने मस्क को उनके जन्मदिन पर उपहार के रूप में अपनी लिखी एक पुस्तक, “एलोन मस्क: द मैन हू बेंड्स रियलिटी” भेजी। विवान ने इसी पुस्तक में यह भविष्यवाणी की थी और यह अब सच हो गई है।
विवान ने अपनी पुस्तक के अंतिम पृष्ठ पर नेता के वेश में एलन मस्क की तस्वीर प्रकाशित की। फोटो के ऊपर कैप्शन में लिखा है, ‘ये मस्क की बात है’ इस फोटो में मस्क के पीछे एक अमेरिकी झंडा भी है। वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को निर्वाचित कराने में मस्क की मदद को हर कोई याद करता है। इससे मस्क की राजनीति में रुचि का पता चलता है। लेकिन किसी ने भी इस बात पर कोई ठोस राय नहीं जताई थी कि वह राजनीति में प्रवेश करेंगे या नहीं। हालाँकि, विवान ने यह दावा एक तस्वीर के रूप में उस किताब में किया था जो उन्होंने मस्क को उनके जन्मदिन 28 जून को भेजी थी। यह सच हो गया है।
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में जाने जाने वाले एलन मस्क का 28 जून को जन्मदिन था। इस जन्मदिन के अवसर पर विवान ने उन्हें एक अनोखा बर्थडे गिफ्ट दिया। मस्क के एक भारतीय प्रशंसक और युवा लेखक विवान ने मस्क के जन्मदिन के अवसर पर एक विशेष पुस्तक, “एलोन मस्क: द मैन हू बेंड्स रियलिटी” लिखी। यह पुस्तक मस्क के जन्मदिन पर अमेरिका भेजी गई थी। 15 वर्ष की आयु में विवान ने दो पुस्तकें लिखीं जिनमें सनातन धर्म, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का सम्मिश्रण है। यह उनकी तीसरी पुस्तक है।
विवान आठ साल की उम्र से ही मस्क को अपना आदर्श मानते आऐं है। पिछले दस वर्षों में उन्होंने मस्क के जीवन, उनके लक्ष्यों और उनकी नवीन सोच का गहन अध्ययन किया है। यह पुस्तक दुनिया भर के युवा पाठकों और सपने देखने वालों के लिए प्रेरणा है, जो मस्क के जीवन के कुछ अज्ञात और प्रेरक क्षणों को उजागर करती है। यह पुस्तक मस्क को न केवल एक धनी नवप्रवर्तक के रूप में चित्रित करती है, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के रूप में भी चित्रित करती है जो साहसिक सपनों को पूरा करने का प्रयास करता है।
मस्क हैं विवान की यात्रा का स्रोत:
संवेदनशील और प्राचीन विषयों पर लिखने के बाद विवान अब आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने मस्क पर यह किताब लिखने के पीछे का कारण विस्तार से बताया है। वे कहते हैं, “यह मस्क की उपलब्धियों पर आधारित मेरी तीसरी पुस्तक है, इससे पहले मैंने विज्ञान, सनातन धर्म और प्रौद्योगिकी को मिलाकर किताबें लिखी थीं। मैं 11 साल की उम्र से मस्क का प्रशंसक रहा हूं। जब दुनिया अपनी रोजमर्रा की चीजों में व्यस्त है, मस्क मानवता के बारे में सोचते हैं। यह दूरदर्शी नेतृत्व है। उन्होंने कई लक्ष्य सफलतापूर्वक पूरे किये हैं। उन्हीं की वजह से मैं विज्ञान की ओर आकर्षित हुआ। इस तरह मुझे अपना पहला सैद्धांतिक पेटेंट मिला। फिर मेरी रुचि आध्यात्म में हो गयी। इसलिए मैं कहूंगा कि मेरी अब तक की यात्रा का असली स्रोत एलन मस्क हैं। विवान कहते हैं कि इस पुस्तक में मैंने विशेष रूप से मस्क द्वारा मानवता के लिए किए गए 42 कार्यों का उल्लेख किया है। यह पुस्तक मस्क के बारे में सारी जानकारी प्रदान करती है। एक तरह से यह उनका चरित्र है। इसीलिए मैं यह पुस्तक मस्क के जन्मदिन, 28 जून को प्रकाशित कर रहा हूँ।”
विवान ने 15 वर्ष की आयु में “नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (NEO)” पहचान प्रणाली पर आधारित एक परियोजना के लिए सैद्धांतिक रूप से पेटेंट प्राप्त किया। वह ऐसी सफलता प्राप्त करने वाले देश के सबसे कम उम्र के शोधकर्ताओं में से एक बन गए।
16 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी पहली पुस्तक, “सनातन धर्म: सभी विज्ञानों का सच्चा स्रोत” लिखी। पुस्तक का विमोचन 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर, अयोध्या में चंपत राय (ट्रस्ट के महासचिव) द्वारा किया गया। इस पुस्तक को विशेष सम्मान दिया गया और रामलला के चरणों के पास गर्भगृह में रखा गया।
17 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी दूसरी पुस्तक, “सनातन धर्म: सभी प्रौद्योगिकी का सच्चा स्रोत” लिखी। इस पुस्तक का विमोचन 15 नवंबर 2024 को राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और इसरो अध्यक्ष एस. सोमनाथ द्वारा किया गया। विवान ने स्पष्ट किया है कि ‘विज्ञान’ सनातन परंपरा का एक कण मात्र है। वह आज की पीढ़ी को सपने देखने, प्रश्न पूछने और नवाचार करने के लिए प्रेरित करते हैं। मस्क पर विवान की पुस्तक उनकी साहित्यिक यात्रा में अगला महत्वपूर्ण कदम होगा।
