अंतरिक्ष यात्रा की तैयारी कर रहे भारतीय वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होने वाला है। कई बार टल चुके इस मिशन के बाद अब यह टीम बुधवार (25 जून) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होने जा रही है। SpaceX ने पुष्टि की है कि मौसम 90 प्रतिशत तक अनुकूल है और सभी तकनीकी प्रणालियां लॉन्च के लिए तैयार हैं।
Axiom Mission 4 नाम का यह मिशन नासा, Axiom Space और SpaceX की साझेदारी में शुरू किया जा रहा है। शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट की भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ मिशन की कमान पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन संभाल रही हैं, जबकि अन्य दो यात्री पोलैंड और हंगरी से हैं। मिशन भारतीय समयानुसार बुधवार (25 जून) दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा। गुरुवार (26 जून) की शाम तक यान के अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ने की उम्मीद है।
इस मिशन की शुरुआत में कई बार देरी हुई थी। पहले खराब मौसम, फिर स्पेसएक्स के रॉकेट में रिसाव और अंत में अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी मॉड्यूल में मरम्मत की वजह से प्रक्षेपण को रोका गया था। लेकिन अब नासा और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकॉसमॉस के बीच सहमति बन गई है, और मिशन को हरी झंडी मिल चुकी है।
इस यात्रा को भारत-अमेरिका सहयोग का एक अहम कदम माना जा रहा है। नासा ने बताया कि यह मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस वादे का हिस्सा है, जिसमें एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजने की बात कही गई थी। इस मिशन में दोनों देश मिलकर कई वैज्ञानिक प्रयोग और तकनीकी डेमो भी करेंगे।
शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान न सिर्फ भारत के अंतरिक्ष इतिहास के लिए खास है, बल्कि यह दिखाता है कि अंतरिक्ष में भारत की भागीदारी अब निजी अंतरिक्ष अभियानों में भी सक्रिय हो चुकी है। शुभांशु अंतरिक्ष में लगभग दो हफ्ते रहेंगे और इस दौरान विज्ञान, शिक्षा और तकनीक से जुड़ी कई गतिविधियों में भाग लेंगे।
यह भी पढ़ें:
सूर्यदेव की उपासना से मिलेगा आरोग्य, तेज और ऐश्वर्य; जानिए भारत के प्रमुख सूर्य मंदिरों के बारे में
50 साल बाद भी आपातकाल की कड़वी यादें भूल नहीं पाए पीएम मोदी !
Emergency Diaries: 17 साल के मोदी कैसे ले रहे थे इंदिरा सरकार से टक्कर ?
