वैदिक ज्योतिष और धर्मग्रंथों में सूर्यदेव को पंचदेवों में विशेष स्थान प्राप्त है। आत्मा, पिता, स्वास्थ्य, सम्मान और नेतृत्व के प्रतीक माने जाने वाले भगवान सूर्य के अशुभ प्रभाव से जीवन में नकारात्मकता, बीमारी, और प्रतिष्ठा की हानि होती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि सूर्यदेव के मंदिरों में दर्शन और पूजा करने से इन दोषों से मुक्ति मिलती है।
भारत में ऐसे कई प्राचीन सूर्य मंदिर मौजूद हैं, जहां दर्शन मात्र से जीवन की दिशा बदल सकती है। धार्मिक मान्यता है कि सूर्यदेव की कृपा से रोगों का नाश होता है, आत्मबल बढ़ता है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
कोणार्क सूर्य मंदिर (ओडिशा):
यह मंदिर 13वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था और अब यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यहां सूर्यदेव के रथ को पत्थरों में उकेरा गया है। यह मंदिर अब एक ऐतिहासिक धरोहर है, जहां पूजा नहीं होती।
मोढेरा सूर्य मंदिर (गुजरात):
गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित यह मंदिर स्थापत्य और खगोलशास्त्र का अद्भुत संगम है। इसका सभा मंडप 52 खंभों पर टिका हुआ है जो वर्ष के 52 सप्ताहों को दर्शाते हैं।
मार्तंड सूर्य मंदिर (कश्मीर):
राजा ललितादित्य द्वारा बनवाया गया यह मंदिर कश्मीरी वास्तुकला का श्रेष्ठ उदाहरण है। हालांकि इसे 15वीं सदी में ध्वस्त कर दिया गया, लेकिन इसके अवशेष आज भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
देव सूर्य मंदिर (बिहार):
बिहार के औरंगाबाद स्थित यह मंदिर अपनी पश्चिममुखी संरचना के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि विश्वकर्मा ने इसे एक रात में बनाया था।
अरसावल्ली सूर्य मंदिर (आंध्र प्रदेश):
यहां भगवान सूर्य उषा और छाया के साथ पूजे जाते हैं। साल में दो बार सूर्य की पहली किरण सीधे मूर्ति पर पड़ती है।
अन्य प्रमुख सूर्य मंदिरों में शामिल हैं:
- बेलाउर सूर्य मंदिर (बिहार, भोजपुर)
- दक्षिणायन सूर्य मंदिर (गया)
- झालरापाटन सूर्य मंदिर (राजस्थान)
- उनाव-बालाजी सूर्य मंदिर (मध्य प्रदेश)
- सूर्यनार कोविल (तमिलनाडु)
- शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर (प्रयागराज)
- कटारमल सूर्य मंदिर (उत्तराखंड)
ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि सूर्यदेव के मंदिरों में नियमित रूप से दर्शन करने से आत्मविश्वास, आरोग्य और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। साथ ही सूर्य की कृपा से राजकीय पद, सरकारी नौकरी और मान-सम्मान प्राप्त होता है। अगर जीवन में उर्जा की कमी, स्वास्थ्य की समस्या या भाग्य साथ नहीं दे रहा, तो भारत के इन सूर्य मंदिरों में दर्शन अवश्य करें। मान्यता है कि सूर्यदेव के आशीर्वाद से रोग, शोक और दरिद्रता का नाश होता है।
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