इन दिनों राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी है। बढ़ते तापमान से लोगों का हाल बेहाल है। ऐसे में लोग बेसर्बी से मानसून का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग ने इसे लेकर नया अपडेट जारी किया है।
आईएमडी ने मंगलवार दोपहर को एक अपडेट में बताया कि अगले 4-5 दिनों के दौरान केरल में मानसून के दस्तक देने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है। इसके बाद 8 जुलाई तक यह पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्तूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है।
दक्षिणी राज्य में मानसून ने दस्तक दी थी। 2023 में मानसून 8 जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में 3 जून को, 2020 में 1 जून को, 2019 में 8 जून को और 2018 में 29 मई को केरल पहुंच था।
आईएमडी के औसत आंकड़ों को समझिए: 50 साल के औसत 87 सेमी के 96 प्रतिशत और 104 प्रतिशत के बीच वर्षा को ‘सामान्य’ माना जाता है। दीर्घावधि औसत के 90 फीसदी से कम वर्षा को ‘कम’ माना जाता है।
90 प्रतिशत से 95 प्रतिशत के बीच ‘सामान्य से कम’ माना जाता है। 105 प्रतिशत से 110 प्रतिशत के बीच ‘सामान्य से अधिक’ माना जाता है। 110 प्रतिशत से अधिक वर्षा को ‘अधिक’ वर्षा माना जाता है।
भारत के कृषि क्षेत्र के लिए मानसून अहम है। कृषि से ही लगभग 42.3 प्रतिशत आबादी की आजीविका चलती है। देश के सकल घरेलू उत्पाद में 18.2 प्रतिशत का योगदान कृषि का ही रहता है। यह देश भर में पेयजल और बिजली उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण जलाशयों को फिर से भरने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
