पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर भीषण हमला हुआ है। मंगलवार (7 अक्टूबर)को सिंध-बलूचिस्तान सीमा के पास सुल्तानकोट इलाके में यह ट्रेन शक्तिशाली विस्फोट की चपेट में आ गई। बताया जा रहा है कि ट्रेन में सवार पाकिस्तानी सेना के जवानों को निशाना बनाकर हमला किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, यह विस्फोट पटरियों पर लगाए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से किया गया। धमाका इतना जोरदार था कि जाफर एक्सप्रेस के कम से कम छह डिब्बे पटरी से उतर गए। कई यात्री घायल हुए हैं, जबकि रेलवे ट्रैक को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है। बचाव दल और सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गए हैं। इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सबूत जुटाने की प्रक्रिया शुरू की है।
बलूच विद्रोही संगठन बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (BRG) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने एक बयान जारी कर कहा कि,“हमने जाफर एक्सप्रेस में सवार पाकिस्तानी सैनिकों को निशाना बनाया। कई सैनिक मारे गए और घायल हुए हैं। बलूचिस्तान की आज़ादी तक ऐसे अभियान जारी रहेंगे।” इस दावे ने एक बार फिर पाकिस्तान के भीतर सुरक्षा हालात पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जाफर एक्सप्रेस, जो बलूचिस्तान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर के बीच चलती है, पिछले कुछ महीनों में बार-बार आतंकी हमलों का शिकार हुई है।
इस साल मार्च में इसका सबसे बड़ा हमला सामने आया था, जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने ट्रेन को हाइजैक कर लिया था। करीब 400 यात्रियों को बंधक बना लिया गया था और पाकिस्तानी सेना को ट्रेन पर दोबारा नियंत्रण पाने में 36 घंटे से अधिक का समय लगा था। बीएलए ने दावा किया था कि उसने ट्रेन में सवार कई पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया था, हालांकि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को बाद में छोड़ दिया गया था।
सितंबर 2025 में मस्तंग जिले में इसी ट्रेन पर हुए विस्फोट में 12 लोग घायल हुए थे, जबकि 10 अगस्त को हुए एक अन्य ब्लास्ट में छह डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इससे पहले जून में सिंध के जैकोबाबाद जिले में जाफर एक्सप्रेस को फिर विस्फोट से उड़ाया गया था।
लगातार हो रहे इन हमलों ने पाकिस्तान की रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को गहरी चिंता में डाल दिया है। बलूचिस्तान के कई हिस्सों में पिछले कुछ वर्षों में स्वतंत्रता समर्थक संगठनों की गतिविधियाँ तेज हुई हैं, जो पाकिस्तानी सेना और बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहे हैं।
जाफर एक्सप्रेस पर यह हमला एक बार फिर यह दिखाता है कि पाकिस्तान के लिए बलूच विद्रोह उसकी आंतरिक स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है।
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