पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। ऐसे में पाकिस्तान ने शनिवार को ज़मीन से ज़मीन पर मार करने वाली ‘अब्दाली’ मिसाइल का परीक्षण कर एक नई सैन्य चेतावनी जारी कर दी है। यह परीक्षण ‘इंडस’ नामक सैन्य अभ्यास के तहत किया गया और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है।
450 किलोमीटर की रेंज वाली यह मिसाइल—जिसे ‘हात्फ़-2’ भी कहा जाता है—पाकिस्तान के अंतरिक्ष अनुसंधान आयोग (SUPARCO) द्वारा विकसित बताई जाती है और तकनीकी रूप से हात्फ़-1 मिसाइल से प्रेरित है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि इस मिसाइल में परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता नहीं है। बावजूद इसके, इसे ऐसे समय में लॉन्च करना जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में बेहद तल्ख़ी है, एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने गैर-मुस्लिम पर्यटकों को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं। हमले की ज़िम्मेदारी शुरुआत में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी, लेकिन बाद में जब भारत ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए, तो TRF ने इससे पल्ला झाड़ लिया।
भारत की खुफिया रिपोर्टों में हमले में शामिल एक आतंकी की पहचान ‘हाशिम मूसा’ के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान की सेना का पूर्व कमांडो रहा है।
हमले के बाद भारत ने न केवल पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को घटाया, बल्कि 1960 के सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया और अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया। वीज़ा सेवाएं रद्द कर दी गईं और पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक मंचों पर भी आवाज़ बुलंद की गई।
Pakistan test-fired surface-to-surface Abdali missile. pic.twitter.com/BYUtklSMvc
— Prosenjit (@mitrapredator) May 3, 2025
इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी शिमला समझौते को स्थगित करने और भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने जैसे कदम उठाए। इसके साथ ही नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान ने संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ा दीं, जिनका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
‘अब्दाली’ मिसाइल का परीक्षण सिर्फ एक तकनीकी अभ्यास नहीं, बल्कि यह एक कूटनीतिक संदेश है। भारत और पाकिस्तान के बीच अब यह लड़ाई सिर्फ गोली और बारूद तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह राजनय, जल संसाधन, वैश्विक मंचों और अब सैन्य शक्ति प्रदर्शन तक पहुंच गई है।
सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान इन मिसाइलों से भारत को डरा सकता है? या फिर यह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने की एक असफल कोशिश है? भारत के रुख से यह स्पष्ट है—हम किसी भी मोर्चे पर कमज़ोर नहीं पड़ेंगे।
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