अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच एक चौंकाने वाला दृश्य सामने आया है। तालिबान लड़ाकों ने हालिया झड़पों के बाद पकड़े गए पाकिस्तानी सैनिकों की पैंट और राइफलें शहरों के चौक पर टांग दीं, जिसे उन्होंने अपने विजय प्रतीक के रूप में पेश किया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में कथित तौर पर अफगान शहर में लटकी हुई पाकिस्तानी सैनिकों की वर्दी और हथियार दिखाई दे रहे हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, मंगलवार (14 अक्तूबर)को तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में विजय रैली निकाली, जो पाकिस्तान के साथ हुई सीमा झड़पों के बाद आयोजित की गई। यह झड़प दोनों देशों के बीच हाल के वर्षों की सबसे गंभीर सैन्य भिड़ंत बताई जा रही है।
The Afghan Taliban is celebrating victory over Pakistan. Their trophy? Pakistani pants and rifles. Free fashion show in Afghan cities.🤪@RealWahidaAFG#Pakistan #Afganistan pic.twitter.com/Q9XeNAl2YN
— TridentX™ (@TridentxIN) October 14, 2025
दोनों देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे पर सीमा चौकियों और सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करने का आरोप लगाया है। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दावा किया कि शनिवार रात की जवाबी कार्रवाई में कम से कम 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि यह हमला दो दिन पहले काबुल और दक्षिण-पूर्वी पक्तिका प्रांत में हुए बम धमाकों के प्रतिशोध में किया गया था।
A humiliating video from Afghanistan shows Taliban fighters and locals marching in a victory parade with looted Pakistani Heckler & Koch G3 rifles as trophies from the Durand Line battles. Self declared “mighty” Pakistan Army now reduced to a supplier of free weapons. pic.twitter.com/p2p2fjClxV
— Baba Banaras™ (@RealBababanaras) October 14, 2025
दूसरी ओर, पाकिस्तानी सेना ने 23 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है और दावा किया है कि उसने 200 तालिबान लड़ाकों और आतंकी सहयोगियों को मार गिराया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने अफगान हमलों को बिना किसी उकसावे की गई आक्रामकता बताया है।
Taliban fighters hung the trousers and rifles of captured Pakistani soldiers in city centers across provincial capitals after recent clashes. pic.twitter.com/jRCMygHAlS
— AFG Intel Desk🇦🇫 (@AfghanOSINT0) October 14, 2025
तालिबान सरकार ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को अफगानिस्तान में हुए बम धमाकों के पीछे पाकिस्तान का हाथ था, हालांकि पाकिस्तान ने इन आरोपों की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन।
यह पूरा घटनाक्रम दोनों देशों के बीच बढ़ते अविश्वास को दर्शाता है। पाकिस्तान पर लंबे समय से तालिबान विद्रोहियों को समर्थन देने का आरोप लगता रहा है, खासकर अमेरिकी कब्जे के दौरान। 1996 से 2001 के बीच की पहली तालिबान सरकार को राजनयिक मान्यता देने वाले तीन देशों में पाकिस्तान भी शामिल था।
अफगानिस्तान में सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा यह दृश्यमें तालिबान लड़ाके पाकिस्तानी सैनिकों की पैंट और राइफलें टांगकर जश्न मनाते नजर आ रहे हैं। दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य और राजनीतिक तनाव का प्रतीक बन गया है।
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