गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को उस वक्त आपात स्थिति में बेंगलुरु डायवर्ट करना पड़ा जब पायलट ने ‘फ्यूल मेडे’ (Fuel Mayday) का संदेश दिया गया। जानकारी के अनुसार विमान को चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली थी क्योंकि वहां भारी भीड़भाड़ थी।
रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो की फ्लाइट 6E6764 ने गुवाहाटी से तय समय पर उड़ान भरी थी। गुरुवार (19 जून)रात करीब 8:11 बजे, जब विमान चेन्नई के आसमान में था और लैंडिंग की इजाजत नहीं मिली, तब पायलट ने बेंगलुरु एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को ‘फ्यूल मेडे’ सिग्नल दिया।
पायलट ने चेन्नई हवाई अड्डे के आस-पास कई बार चक्कर लगाए, लेकिन अनुमति न मिलने के कारण आखिरकार विमान को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया। रात 8:15 बजे, विमान को वहां आपात लैंडिंग की अनुमति मिली और सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया।
बेंगलुरु में विमान को ईंधन भरा गया और यात्रियों को रिफ्रेशमेंट्स भी दिए गए। इसके बाद रात 10:24 बजे, फ्लाइट ने दोबारा उड़ान भरी और चेन्नई पहुंचकर यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया। खबर है कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य संबंधित अधिकारियों को दे दी गई थी।
इससे एक दिन पहले, शुक्रवार को ही चेन्नई से मदुरै जा रही एक अन्य इंडिगो फ्लाइट को तकनीकी खराबी के कारण उड़ान भरने के 30 मिनट बाद चेन्नई लौटना पड़ा था। सुबह करीब 7:55 बजे रवाना हुई इस फ्लाइट में 60 से अधिक यात्री सवार थे।
फ्लाइट क्रू ने उड़ान के कुछ ही देर बाद तकनीकी समस्या का पता लगाया और एहतियातन विमान को वापस चेन्नई लाने का फैसला किया। सभी यात्री सुरक्षित थे और फ्लाइट की लैंडिंग सुरक्षित रूप से हुई। दोनों घटनाएं एयरलाइन की सुरक्षा सतर्कता को दर्शाती हैं, लेकिन यात्रियों की सुविधा और समयबद्धता को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। DGCA द्वारा इन मामलों की विस्तृत जांच की संभावना जताई जा रही है।
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