पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। शुक्रवार (17 अक्तूबर)की देर रात पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में भीषण एयरस्ट्राइक की, जिसमें अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के तीन खिलाड़ियों समेत आठ से दस लोगों की मौत हो गई है। यह हमला युद्धविराम खत्म होने के कुछ ही घंटों बाद हुआ, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में और तल्खी आ गई है।
पाकिस्तान का दावा है कि अफगानिस्तान की जमीन से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकी उसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। वहीं, अफगानिस्तान ने इसे पाकिस्तान की ISI प्रायोजित आतंकी नीति बताया है और इस हमले को अपनी संप्रभुता पर हमला करार दिया है।
अफगान क्रिकेटर कुदरतुल्लाह ने बताया, “जब यह हादसा हुआ, तब मैं नमाज़ पढ़ रहा था। मैं बाहर गया और देखा कि कुछ लोग घायल पड़े हैं। उसी समय, एक और हमला हुआ। उसके बाद, मुझे खुद पर पूरा होश नहीं रहा। वे सभी क्रिकेट खिलाड़ी और मेरे दोस्त थे, उनमें से कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं था।”
एक अन्य स्थानीय खिलाड़ी मिराजन ने कहा, “मैं पक्तिका प्रांत के अरगुन ज़िले का रहने वाला हूं। शाराना शहर में एक क्रिकेट मैच था। शाम को हम घर लौट आए, मेरे मेहमान चार क्रिकेट खिलाड़ी थे। हम खाना खाने बैठे ही थे कि एक ज़ोरदार धमाका हुआ और स्थिति भयावह हो गई। सभी लड़के निर्दोष थे, कुछ घायल हुए, कुछ शहीद हुए। वे सभी क्रिकेट खिलाड़ी थे। उनमें से कोई भी सैन्यकर्मी नहीं था।”
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने शनिवार (18 अक्तूबर )को एक बयान जारी करते हुए कहा कि तीन घरेलू क्रिकेटरों कबीर, सिबगातुल्लाह और हारून की मौत हो गई है। बयान में कहा गया, “यह पाकिस्तान की फौजी हुकूमत द्वारा किया गया एक कायराना हमला है।” एसीबी ने इस हमलें के विरोध में लाहौर और रावलपिंडी में नवंबर में होने वाली त्रिकोणीय टी20 सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है। बोर्ड ने कहा, “यह अफगानिस्तान के खेल समुदाय, उसके खिलाड़ियों और क्रिकेट परिवार के लिए एक बड़ी क्षति है।”
अफगानिस्तान टीम के कप्तान रशीद खान ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए लिखा, “मैं हालिया पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की मौत से बेहद दुखी हूं। यह त्रासदी महिलाओं, बच्चों और उन युवा क्रिकेटरों की जान लेकर गई जो एक दिन देश का नाम रोशन करना चाहते थे। यह एक अनैतिक और बर्बर हमला है। नागरिक इलाकों पर बमबारी किसी भी तरह से जायज़ नहीं।” रशीद ने आगे कहा, “इन निर्दोष आत्माओं की याद में, मैं अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के फैसले का समर्थन करता हूं कि पाकिस्तान के खिलाफ आगामी सीरीज से हटना ही देश की गरिमा के अनुरूप है।”
11 अक्टूबर को हुई सीमा झड़पों के बाद से पाक-अफगान तनाव लगातार बढ़ रहा है। दोनों देशों के बीच यह एयरस्ट्राइक उस समय हुई है जब क्षेत्र में युद्धविराम लागू था। अब अफगानिस्तान का यह कदम पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट पुनरुद्धार प्रयासों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। एशिया की क्रिकेट महाशक्ति भारत, पहले से ही पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ का बहिष्कार करता रहा है और 2012-13 से केवल बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में ही उसका सामना करता रहा है।
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