मुंबई के जुहू इलाके से एक अजीब मामला सामने आया है। अपने वेतन में की गई कटौती का ‘बदला’ लेने के लिए एक सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने अपने ही मालिक के 14 वर्षीय पालतू कुत्ते का अपहरण कर लिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि वह डॉग उनके लिए सिर्फ जानवर नहीं, बल्कि परिवार का हिस्सा है।
प्रिक्सी नामक यह डॉग पोमेरेनियन नस्ल का है और अदिति जोशी के परिवार के साथ जुहू की एक पॉश इमारत में रहता था। 15 अप्रैल की सुबह 8 बजे जब जोशी परिवार ने हमेशा की तरह सिक्योरिटी गार्ड को डॉग टहलाने के लिए सौंपा, किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह आख़िरी बार होगा जब उन्होंने प्रिक्सी को देखा।
अपहरण का आरोपी राजेंद्र पंढारकर एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी में सुपरवाइजर था। उसकी मासिक सैलरी 25,000 रुपये थी, लेकिन पिछले महीने किसी विवाद के चलते कॉन्ट्रैक्टर ने उसमें से 4,000 रुपये काट लिए। इसी कटौती से नाराज़ होकर पंढारकर ने इस पूरी साजिश को अंजाम दिया। आठ दिन पहले ही वह लंबी अनुपस्थिति के बाद काम पर लौटा था, और फिर मौका मिलते ही वह प्रिक्सी को लेकर फरार हो गया।
जुहू के सीसीटीवी फुटेज में उसे डॉग के साथ ऑटो में बैठते और अंधेरी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ते देखा गया। इसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद है। वहीं जोशी परिवार में घबराहट और ग़ुस्से का माहौल है। अदिति जोशी ने कहा, “प्रिक्सी 14 साल से हमारे परिवार का हिस्सा है। वह हमारे लिए सिर्फ पालतू नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य है।”
पंढारकर ने एक अन्य सिक्योरिटी गार्ड को मैसेज भेजकर खुले शब्दों में स्वीकारा कि उसने डॉग को अगवा किया है और 25,000 रुपये मिलने पर ही उसे छोड़ेगा। यानी मामला साफ तौर पर फिरौती का है। जुहू पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 316(2) के तहत मामला दर्ज किया है और रेलवे पुलिस की मदद से उसकी तलाश तेज़ कर दी गई है। पुलिस को शक है कि पंढारकर मुंबई छोड़ चुका है।
प्रकरण जितना विचलित करने वाला है, उतना ही सिक्युरिटी गार्ड्स की वेतन समस्या और विचलित मानसिक स्थिती को भी उजागर करता है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपी को पकड़ लेंगे और प्रिक्सी को उसके परिवार के पास सुरक्षित लौटाने की कोशिश जारी है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों और गेटेड सोसाइटियों में नियुक्त कर्मियों की पृष्ठभूमि जांच की अहमियत को रेखांकित कर दिया है।
यह भी पढ़ें:
आईपीएल: एमआई-सीएसके भिड़ंत, बदले की आग बनाम वापसी की चाह!
हिंदू नेता की हत्या पर भारत सख्त, बांग्लादेश की सरकार से मांगा जवाब!
‘गगनयान’ मिशन: कैप्टन शुभांशु शुक्ला की आईएसएस यात्रा महत्वपूर्ण!
