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Friday, February 21, 2025
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भारत-कतर के बीच द्विपक्षीय वार्ता: दोनों के संबंध से ऊर्जा क्षेत्र में भी मजबूत होगी साझेदारी!

दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार करीब 14 अरब डॉलर का होता है।

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भारत-कतर दोनों नेताओं के बीच ऐतिहासिक व्यापार और लोगों के बीच आपसी संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की गयी। बता दें कि कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने मार्च 2015 में आखिरी बार भारत का दौरा किया था। जब प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2024 में अपना दूसरा कतर का दौरा किया, तो उन्होंने अमीर को भारत का राजकीय दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था। 

बता दें कि कतर के अमीर के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारिक नेता शामिल हैं। आने वाले गणमान्य व्यक्तियों में कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री भी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) के सचिव (कांसुलर, पासपोर्ट और वीजा) अरुण कुमार चटर्जी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अमीर के साथ हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने भारत-कतर के बीच ऐतिहासिक व्यापार, लोगों के आपसी संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की।आज सुबह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने अमीर का औपचारिक स्वागत किया। राष्ट्रपति (मुर्मू) आज शाम को भी अमीर और उनके प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगी और उनके सम्मान एक रात्रिभोज का आयोजन भी करेंगी। 

मंत्रालय ने आगे बताया कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा में व्यापार, निवेश और ऊर्जा प्रमुख विषय थे। आज भारत और कतर के बीच सालाना करीब 14 अरब डॉलर का व्यापार होता है। भारत और कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्रियों की सह-अध्यक्षता में आज संयुक्त बिजनेस फोरम का आयोजन किया गया, जिसमें दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों, कंपनियों और संस्थानों के बीच काफी सार्थक बातचीत हुई।

कतर भारत में निवेश के लिए भी एक महत्वपूर्ण भागीदार देश है।इसने आगे कहा, कतर निवेश प्राधिकरण ने वर्तमान में भारत में करीब 1.5 अरब डॉलर का विदेशी निवेश किया है। दोनों नेताओं ने भारत में उन क्षेत्रों की भी पहचान की, जिनमें कतर निवेश प्राधिकरण निवेश बढ़ा सकता है।

विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने आगे कहा, भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) इस समय एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जहां तक रणनीतिक साझेदारी समझौते का सवाल है, यह वास्तव में द्विपक्षीय संबंधों की मौजूदा स्थिति को रणनीतिक स्तर तक ले जाएगा। हम व्यापार, ऊर्जा, निवेश, सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगा।

उन्होंने आगे बताया, भारत और कतर आज ऐतिहासिक व्यापारिक और लोगों के आपसी संबंधों पर आधारित गहरे, मैत्रीपूर्ण रिश्तों का आनंद ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कतर के अमीर को वहां भारतीय समुदाय के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। कतर के अमीर के राजकीय दौरे के दौरान दो समझौतों और पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।

इन दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि फरवरी 2024 में कतर एनर्जी और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड ने 2028 से शुरू होने वाले 20 वर्षों के लिए कतर से भारत को प्रतिवर्ष 7.5 मिलियन मीट्रिक टन एलएनजी की आपूर्ति के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। दोनों नेताओं ने ऊर्जा साझेदारी को मजबूत और व्यापक बनाने के तरीकों पर भी चर्चा की।

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