ओडिशा की पवित्र श्रीजगन्नाथ रथ यात्रा इस बार श्रद्धा के साथ-साथ शोक का कारण भी बन गई। रविवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच पुरी के गुंडिचा मंदिर के पास सरधाबली क्षेत्र में भारी भीड़ के बीच मची भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में 12 श्रद्धालु ICU में भर्ती हैं।
मृतकों की पहचान प्रेमकांत महांति (80), बसंती साहू (36) और प्रभाति दास (42) के रूप में हुई है। इस हादसे की पुष्टि पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल के अधिकारियों ने की है।
हजारों श्रद्धालु रविवार (29 जून )सुबह रथों पर विराजमान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन के लिए एकत्र हुए थे। इसी दौरान दो लकड़ी से भरे ट्रक जब पहले से भीड़भाड़ वाले इलाके में प्रवेश करने लगे तो अफरातफरी मच गई।एक चश्मदीद चिन्मय पात्रा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “जगह पहले ही तंग थी, पुलिस की मौजूदगी सीमित थी, और रथों के पास पाम-लॉग सीढ़ियां बेतरतीब पड़ी थीं। इन सब वजहों से हालात बेहद खतरनाक हो गए।”
गौरतलब है कि गुंडिचा मंदिर के बाहर यह पहली बार है जब रथ यात्रा में ऐसा जानलेवा हादसा हुआ है। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की है। उन्होंने कहा, “इस त्रासदी ने हमें गहरा दुख पहुंचाया है। हम जांच कराएंगे और यदि किसी की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
🚨 BREAKING:
Tragedy strikes at #JagannathRathYatra in Puri, Odisha — 3 people have died and at least 10 injured in a stampede near Gundicha Temple.
What was meant to be a sacred celebration turned into chaos.💔 Heartfelt prayers for the families of the victims. pic.twitter.com/nNC43uSw35
— Sarcasm Scoop (@sarcasm_scoop) June 29, 2025
इस बीच अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह दबाव में हैं। केवल शनिवार को ही करीब 750 श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इनमें से 230 से अधिक को इंफेक्शियस डिज़ीज़ हॉस्पिटल और 520 को पुरी जिला अस्पताल में इलाज मिला। अधिकांश को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन एक गंभीर रूप से बीमार श्रद्धालु को कटक के SCB मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। अभी भी 12 श्रद्धालु ICU में इलाजरत हैं।
#WATCH | Puri, Odisha: On Lord Jagannath's Rath Yatra, Odisha's ADG (Law and Order) Sanjay Kumar said, "…The Rath Yatra, which was halted midway yesterday, was resumed today in accordance with rituals and scriptures…Today, everyone together pulled the Lord's chariot, and it… pic.twitter.com/G36OC8lO8s
— ANI (@ANI) June 28, 2025
यह हादसा इस बात की चेतावनी है कि अत्यधिक भीड़, असुरक्षित प्रबंधन और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था किस तरह पवित्र आयोजनों को त्रासदी में बदल सकते हैं। श्रद्धालुओं और नागरिक संगठनों ने इस पर गहरी नाराजगी जताई है और भविष्य में बेहतर प्रबंधन की मांग की है।
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