गोवा के शिरगांव गांव में शनिवार (3 मई) तड़के लैराई देवी मंदिर की वार्षिक जात्रा के दौरान मची भगदड़ ने भक्तिभाव के माहौल को मातम में बदल दिया। भीषण भगदड़ में कम से कम सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब सैकड़ों श्रद्धालु पारंपरिक अनुष्ठानों के लिए मंदिर परिसर और उसके आसपास एकत्रित थे।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, वार्षिक यात्रा में बड़ी संख्या में लोग एक साथ मंदिर की ओर बढ़े, जिससे भारी भीड़ एक जगह जमा हो गई। प्रारंभिक जांच में भीड़ नियंत्रण में असफलता और व्यवस्थागत खामियों को हादसे का संभावित कारण माना जा रहा है।
घटना के बाद बचाव और राहत कार्य तत्काल शुरू कर दिए गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया, जिनमें गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) और उत्तर गोवा जिला अस्पताल, मापुसा शामिल हैं। कुछ गंभीर रूप से घायल लोगों को विशेष देखरेख में रखा गया है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शिरगांव पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया और बाद में मापुसा और बिचोलिम अस्पतालों में घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “लैराई जात्रा में भगदड़ की इस दर्दनाक घटना से बेहद दुखी हूं। मैंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। राज्य प्रशासन की पूरी टीम स्थिति को नियंत्रित करने में लगी है और मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं।”
Goa: CM Pramod Sawant says, "Rescue and relief operations are ongoing, and an inquiry is underway" https://t.co/QiVMdJJxh4 pic.twitter.com/q7uTlsqbUp
— IANS (@ians_india) May 3, 2025
इस हादसे के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और पूरी स्थिति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से राज्य को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह एक “दुखद और संवेदनशील घटना” है और इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ देश खड़ा है।
Saddened by the loss of lives due to a stampede in Shirgao, Goa. Condolences to those who lost their loved ones. May the injured recover soon. The local administration is assisting those affected: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) May 3, 2025
राज्य प्रशासन ने इस घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतज़ामों की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।
लैराई देवी मंदिर की यह जात्रा गोवा की सबसे प्राचीन और बड़ी धार्मिक परंपराओं में गिनी जाती है, जहां हर साल हज़ारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। इस बार की त्रासदी ने इस परंपरा की सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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