यूपी विधान सभा चुनाव-2022 के 7वें व अंतिम चरण चुनाव हो रहा है| पिछले लंबे समय से अपने को जिंदा साबित करने की कवायद कर रहे व्यक्ति ने अपना मत डालकर “मैं जिंदा हूँ” की तख्ती लगाकर शासन व प्रशासन को जिंदा होने की सबूत देने की कोशिश कर रहा है| और अपने मत का प्रयोग कर यह ऐलान करता दिखाई दे रहा है कि “मृतक” मैं जिंदा हूँ, जो लोगों में एक चर्चा का विषय बना हुआ है|
गौरतलब है कि सरकारी अभिलेखों में ‘मृतक’ से जिंदा हुए मृतक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल बिहारी मृतक पर हाल ही में एक फिल्म आई तो लोगों का ध्यान देश के अलग-अलग हिस्सों में जमीन-जायजाद हथियाने के लिए किए जाने वाले इस फर्जीवाड़े पर गया।
यह घटना वाराणसी के चौबेपुर के छितौनी गांव का है। छितौनी गांव के निवासी मूरत सिंह को सरकारी अभिलेखों में मृत दिखाकर उनकी जमीन गांव के कुछ लोगों ने अपने नाम दर्ज करा ली थी। लेकिन मतदाता सूचि में मूरत सिंह का नाम मौजूद था।
सोमवार को 7वें चरण के मतदान के दौरान मूरत सिंह ने शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के छितौनी में प्राथमिक विद्यालय के बने मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डाला। इसके बाद उन्होंने गले में तख्ती डाल स्याही लगी उंगली दिखाते हुए ऐलान किया कि वह जिंदा हैं। मूरत सिंह ने कहा कि मैंने अपना वोट डाल दिया है। मैं जिंदा हूं। यह इसका प्रमाण भी है।
गौरतलब है कि आज यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए नौ जिलों (चंदौली, वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र) की 54 सीटों पर मतदान चल रहा है। इस दौरानकुछ बूथों से ईवीएम में खराबी के चलते वोटिंग में कुछ देर के व्यवधान के अलावा कहीं से कोई अप्रिय सूचना नहीं है।
इन जिलों की नौ सीटों पर 2 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। ये मतदाता 613 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद करेंगे। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हुई है।
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