शिवसेना नेता व राज्य के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे की भूमिका के कारण शिवसेना व राज्य में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है, ऐसा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने शुक्रवार को कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि, भाजपा को किसी ने भी सत्ता स्थापित करने के लिए प्रस्ताव नही दिया है। भाजपा की निर्णय प्रक्रिया के अनुसार महत्वपूर्ण विषयों पर राज्य की कोर कमेटी विचार विमर्श करके भूमिका सुनिश्चित करती है व केंद्रीय निर्णय के पास सिफारिश करती है। उसके बाद पार्टी की केंद्रीय संसदीय समिति अंतिम निर्णय लेती है।
शिवसेना के दो तिहाई से अधिक विधायकों की बगावत के पीछे भाजपा है ऐसा आरोप राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने किया है। यह पूछे जाने पर पाटील ने कहा कि देश में सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता शरद पवार को भी है। इसी के अनुसार वे मत व्यक्त करते रहते हैं। पाटील ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार गिराने के लिए भाजपा प्रयास नही करेगी। बल्कि, अंदरूनी कलह के कारण यह सरकार नही चलेगी। हम पहले से ही यह बात कह रहे थे।
शिंदे के भी मित्र हैं मोहित कंबोज: विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के करीबी भाजपा नेता मोहित कंबोज भारतीय के सूरत के उस होटल में देखे जाने पर (जहां शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे विधायकों के साथ ठहरे हुए थे) प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पाटील ने कहा कि मोहित कंबोज के सभी दलों में मित्र हैं। वे एकनाथ शिंदे के भी दोस्त हैं। पाटील ने कहा कि मोहित कंबोज भाजपा के नेता हैं पर उनके वहां जाने को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं है। एकनाथ शिंदे ने उन्हें बुलाया होगा इस लिए वे गए होंगे। पाटील ने कहा कि संजय राऊत सुबह कुछ बोलते हैं और शाम को कुछ और।
ये भी पढ़ें