केएफसी, पिज्जा हट और कोस्टा कॉफी जैसे प्रसिद्ध क्विक सर्विस रेस्टोरेंट ब्रांड्स संचालित करने वाली देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में ₹14.74 करोड़ का घाटा हुआ है। यह घाटा पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए ₹7.47 करोड़ के नुकसान से लगभग दोगुना है।
हालांकि, कंपनी की परिचालन से आय में सालाना आधार पर 15.81% की वृद्धि हुई है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई फाइलिंग में बताया कि चौथी तिमाही में उसकी आय ₹1,212.59 करोड़ रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹1,047.08 करोड़ थी।
हालांकि, पिछली यानी दिसंबर तिमाही की तुलना में कंपनी के प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की गई है। दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी की आय ₹1,294.4 करोड़ थी, जबकि मार्च तिमाही में यह घटकर ₹1,225.78 करोड़ पर आ गई। खर्च भी घटकर ₹1,247.91 करोड़ हुआ, जो पिछली तिमाही में ₹1,294.8 करोड़ था।
तिमाही घाटे के बावजूद देवयानी इंटरनेशनल ने पूरे वित्त वर्ष 2025 में ₹4,951 करोड़ की समेकित आय दर्ज की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 39.2% अधिक है। कंपनी ने इस वृद्धि का श्रेय थाईलैंड में केएफसी स्टोर्स के अधिग्रहण और भारत में स्टोर्स के निरंतर विस्तार को दिया है।
ईबीआईटीडीए (EBITDA) यानी ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई वित्त वर्ष 25 में ₹187 करोड़ रही, जो सालाना आधार पर 43% अधिक है। पूरे वर्ष के लिए ईबीआईटीडीए मार्जिन 17% रहा, जो वित्त वर्ष 24 की तुलना में 29% की बढ़ोतरी दर्शाता है।
कंपनी ने वर्ष भर में 257 नए स्टोर खोले, जिससे कुल स्टोर की संख्या 2,039 हो गई। हालांकि यह संख्या वित्त वर्ष 24 में खुले 539 स्टोर की तुलना में कम है। वित्त वर्ष 24 में जनवरी 2024 में अधिग्रहित थाईलैंड के 283 केएफसी स्टोर भी शामिल थे।
अप्रैल 2025 में, देवयानी इंटरनेशनल ने एक नई फूड कैटेगरी में प्रवेश करते हुए बिरयानी बाय किलो की प्रमोटर कंपनी स्काई गेट हॉस्पिटैलिटी का अधिग्रहण किया। इसके अलावा, कंपनी ने अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स — न्यूयॉर्क फ्राइज, टीलाइव और सनुक किचन के साथ साझेदारी की घोषणा भी की।
जहां एक ओर देवयानी इंटरनेशनल को चौथी तिमाही में घाटे का सामना करना पड़ा, वहीं दूसरी ओर पूरे वित्त वर्ष में कंपनी ने मजबूत विस्तार, अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण और ब्रांड साझेदारियों के माध्यम से स्थायित्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। कंपनी के अनुसार, ये कदम भविष्य में आय और मुनाफे की स्थिति को और मजबूत करेंगे।
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